30 से ज्यादा बार सरकारी नौकरियों में असफलता मिलने के बाद बना IPS

ख़बरें अभी तक। कहते है ना अगर सफलता हासिल करनी हो तो इंसान किसी भी हद तक जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया हरियाणा के रहने वाले विजय वर्धन ने। जिनको हर मोड़ पर असफलता मिली लेकिन उन्होंने मेहनत करनी नहीं छोड़ी। 30 से ज्यादा बार असफलता मिलने के बाद भी विजय वर्धन अपनी असफलता से लड़ते रहे। विजय वर्धन को कई बार सरकारी नौकरियों में असफलता मिलने के बाद भी विजय वर्धन ने IPS बनने की सोची और 2014 में उन्होंने पहली बार यूपीएससी सिविल सर्विस का एग्जाम दिया।

जिसमें वे असफल रहे। 2015 में फिर से उन्होंने एग्जाम दिया, इस बार उन्होंने preliminary exam तो पास किया लेकिन मेन एग्जाम पास नहीं कर पाए। फिर 2016 और 2017 में भी उन्होंने एग्जाम दिया और असफल रहे। असफलताओं से उन्होंने सीखा और साल दर साल पहले से ज्यादा मजबूत होते हुए उन्होंने फिर साल 2018 में जी-तोड़ मेहनत की और यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम में (IPS) 104वीं रैंक हासिल कर इग्जाम क्लियर किया।

विजय ने UP PCS, हरियाणा PCS, पंजाब PCS, SSC CGL, LIC, NABARD, ISRO, हरियाणा एक्साइस इंस्पेक्टर, RRB NTPC, RBI ग्रेड B जैसे एग्जाम्स भी दिए। इनमें से ज्यादातक एग्जाम्स में विजय ने preliminary exam तो पास किया लेकिन मेन एग्जाम और इंटरव्यू में असफल रहे। वहीं कई बार वे मेडिकल परीक्षा या दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में भी असफल रहे। लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत को हारने नहीं दिया और असफलता मिलने के बाद भी जमकर मेहनत की जिस कारण आज वे इस मुकाम तक पहुंचे है।

बता दें कि विजय ने साल 2013 में हिसार से इलेक्ट्रॉनिक्स में इंजीनियरिंग की। इंजीनियरिंग के बाद वे दिल्ली आए। विजय के दिल्ली आने का मकसद यूपीएससी सिविल सर्विस की तैयारी करना था। जिसमें कामयाब होने में उन्हें छह साल तो लगे लेकिन उन्होंने जो करना तो कर दिखाया और 104वीं रैंक हासिल कर इग्जाम क्लियर किया। और साथ ही परिवार के साथ अपने प्रदेश का नाम भी रोशन किया। वैसे इतनी असफलताओं का सामना करने के बाद किसी की भी हिम्मत टूट जाएगी, लेकिन विजय वर्धन के हौंसलों में इतनी जान थी कि उन्होंने हिम्मत को टूटने नहीं दिया और IPS का इग्जाम क्लियर करके ही रखा।