बिहार में बाढ़ के कारण अब तक 102 लोगों की मौत

ख़बरें अभी तक। बिहार में बाढ़ की स्थिति काफी भयानक बनी हुई है। बिहार में करीब 12 जिलों के 72 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए है। बाढ़ से बिहार में मरने वालों का आंकड़ा 102 हो गया है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार बिहार के मधुबनी जिले से लोगों के मरने की सूचना मिली है और इसके साथ ही जिले में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 23 पहुंच गया है। सीतामढ़ी 27 लोगों की मौतों के साथ अब भी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित जिला बना हुआ है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीतामढ़ी और दरभंगा जिलों में राहत शिविरों का दौरा किया।

बिहार की प्रमुख नदियों के जलस्तर में कमी आई है, परंतु बाढ़ का प्रकोप अभी भी बना हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य के 12 जिलों के 97 प्रखंडों के 921 पंचायतों में बाढ़ का पानी फैला हुआ है, जिससे 72 लाख से ज्यादा की जनसंख्या प्रभावित है। एक तरफ कई इलाकों में बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ कुछ नए स्थानों में बाढ़ का पानी फैल रहा है। पानी कम होने से गावों को जोड़ने वाली सड़के और पुल-पुलिया बह चुके हैं। बिहार जल संसाधन विभाग के मुताबिक, बिहार में नेपाल से आने वाली कोसी नदी सहित कई नदियों के जलस्तर में शुक्रवार को कमी दर्ज की गई।

जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नदियों के जलस्तर में कमी आई है, परंतु अभी भी बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, अधवारा और महानंदा नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं हैं। जलसंसाधन विभाग द्वारा तटबंधों पर लगातार गश्ती करवाई जा रही है। प्रभावित इलाकों में बीमारियों के फैलने की आशंका को देखते हुए क्षेत्र के चिकित्सकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई है। जहां पानी कम हुआ है, वहां ब्लीचिंग का छिड़काव हो रहा है।