प्रेस कांफ्रेंस कर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पेट्रोल और डीजल पर बढ़े टैक्स पर दिया ये बयान

खबरें अभी तक। जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि बजट में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाए जाने के बाद इनकी कीमतों में मामूली बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं कहा जा रहा है कि  महंगाई पर अभी इस फैसले का कोई प्रभाव नही पड़ा है।इसी से जुड़ी खास खबर ये है कि बजट के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में ऐसा कहा की महंगाई पर में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स बढ़ाए जाने से कोई प्रभाव नही पड़ा है। आपको बता दें कि बजट के बाद वित्त मंत्री ने आईबीआई के बोर्ड के साथ बैठक की थी।

बजट में पेट्रोल और डीजल, दोनों पर 1–1 रुपए स्पेशल अतिरिक्त एक्साइज ड्यूटी (उत्पाद शुल्क) और अतिरिक्त सेस लगाने की घोषणा की गई है। जिसके बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ गईं है। वहीं दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक अगस्त के पहले हफ्ते में की जानी है। उन्होंने कहना है कि हमारी आंतरिक टीम पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों का महंगाई पर असर का विश्लेषषण करने वाली है। ऐसा नहीं है कि इसका प्रभाव दूसरे दिन ही महंगाई पर देखने को मिलेगा।

इतना ही नही बल्कि कांफ्रेंस में सवालों के जवाब देते हुए दास ने आगे ताया कि गैर–बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) में नकदी के संकट पर आरबीआई और सरकार दोनों की नजर है। इस कांफ्रेंस के दैरान उन्होने कहा ‘हम एनबीएफसी में नकदी के संकट का हल जल्द निकाल लेंगे। सिस्टम में पर्याप्त नकदी मौजूद है।’ बैंकों में नए सिरे से पूंजी डाले जाने को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक सकारात्मक कदम है। इससे क्रेडिट ग्रोथ बढ़ेगी।

यहां तक की रिजर्व बैंक की तरफ से सरकार को दिए जाने वाले लाभांश पर दास ने कहा कि सरकार को कितना लाभांश दिया जाएगा, इस पर आम सहमति बन चुकी है। उन्होंने वार्ता में कहा कि सार्वजनिक कर्ज को लेकर भी सरकार से चर्चा की जानी है। बॉन्ड के जरिए विदेश से कर्ज उठाने पर भी फैसला जल्द किया जाने पर भी विचार किए गए है।