खबरे अभी तक : कल लोकसभा में 2019 का पहला बजट पेश किया गया जिसमें की इलेक्ट्रोनिक वाहनों को बढ़ावा देने पर अधिक जोर दिया जाएगा। यह भी बता दें कि इलेक्ट्रोनिक वाहनों पर GST को 12 फीसदी से कम करके 5 फीसदी तक कर दिया गया है। इसी के साथ कई कंपनियां इलेक्ट्रोनिक वाहन बनाने पर अधिक जोर दें रही हैं। बता दें कि कलकत्ता की कंपनी KSL क्लिनटेक भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स कुछ मॉडल बाजार में उतारने की तैयारी शुरु कर रही है। इसी के साथ केएसएल क्लिनटेक के मैनेजिंग डायरेक्टर धीरज बागचंदका ने कहा कि भविष्य में सड़क परिवहन का पूरा बाजार विद्युतीकरण में बदल जाएगा।सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए जल्द से जल्द ईवी बाजार में लाना चाहती है और इससे हमें गुणवत्ता और प्रदर्शन की तलाश करने वाले बाजार में मुकाबला करने और ईवी को बेहतर प्रदर्शन करने योग्य निर्माताओं का मौका मिल सकता है। इसके लिए कंपनी 200 करोड़ रुपये से अधिक निवेश कर रही है। बता दें कि कुछ कंपनियों के पास 3 व्हीलर वाहनों के मॉडल उपस्थित है जोकि वह बड़ी संख्या में डीलरों और चैनल भागीदारों के माध्यम से पूरे भारत में बेचे जा रहे हैं। यह अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक इलेक्ट्रिक वाहनों का स्वामित्व 125 मीलियन हो जाएगा। अब कंपनी की योजना ये है कि आने वाले 12 महीनों के अंदर टू-व्हीलर फोर व्हीलर वाहनों के सेगमेंट में 10 नए इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च किया जाएगा।