पंजाब रोडवेज के कर्मचारी हड़ताल पर, 4 जुलाई तक बसों के पहिए रहेंगे जाम

ख़बरें अभी तक। आज से पंजाब रोडवेज के कर्मचारी तीन दिन की हड़ताल पर हैं। 4 जुलाई तक बसों के पहिए थमे रहेंगे और इस वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। प्रदेश भर में रोडवेज कर्मी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बसें नहीं चलने से हर रोज सफर करने वाले लोगों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है।

स्थायी नियुक्ति की मांग को  लेकर ठेका कर्मचारी 3 दिन सुबह 9 से लेकर दोपहर 12 बजे तक प्रदर्शन करेंगे। ठेका कर्मचारियों ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सत्ता में आने के बाद उन्हें पक्का करने का वायदा किया था। पर आज तक सरकार ने अपने वायदे को पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगे न मानी तो वह मालेरकोटला में ट्रांसपोर्ट मंत्री रजिया सुल्ताना की कोठी का घेराव करने के साथ मुख्यमंत्री के शाही शहर पटियाला में भी प्रदर्शन करेंगे।पनबस में 5000 ठेका अधारित कर्मचारी हैं।

इस हड़ताल के कारण 1500 के करीब बसों की रफ्तार रूक गई है। वहीं कर्मचारी अन्य निजी बसों को भी आने-जाने नहीं दे रहे। पंजाब रोडवेज/पनबस कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन चंडीगढ़ डिपो के प्रधान जसबीर सिंह का कहना है कि सरकार कच्चे मुलाजिमों को पक्का करने के अपने वादे से भाग रही है। जो एक्ट 2016 में पिछली सरकार ने बनाया था, उसे तोड़ मरोड़ रही है। इसके अलावा कर्मचारी वन रैंक वन सैलरी की मांग भी कर रहे हैं।

पन बस की हड़ताल पर बोलते हुए पंजाब के परिवहन मंत्री रजिया सुल्ताना ने कहा कि आउटसोर्सिंग के तहत पंजाब से सरकार ने उन्हें अपॉइंट किया था लेकिन 10 दिन पहले यह कर्मचारी मुझसे मिले थे और अपनी  डिमांड रखी थी। जिसके बाद कहा था कि थोड़ा सा टाइम दो थोड़ा सा सोच-विचार करके मिलेंगे और बातचीत के लिए सोमवार शाम 6:00 बजे का समय दिया गया था लेकिन यह लोग मुझसे मिलने नहीं आए और हड़ताल पर चले गए हैं। उनकी डिमांड सबसे पहले तो यह है कि जिन्हें आउट सोर्स किया हुआ है। उन्हें रेगुलर करें ,जो कॉन्ट्रैक्ट पर है उन्हें रेगुलर किया जाए।

वहीं उनकी दूसरी डिमांड यह है कि अगर उनसे कोई गलती होती है चाहे कितनी भी बार हो तो हमें ब्लैक लिस्ट ना किया जाए लेकिन ऐसा नहीं होगा जो गलती करेगा उसे सजा जरूर देंगे लेकिन अगर कोई बात करनी है अपनी पे बढ़ानी है बातचीत करनी है तो आ सकते हैं हमारे दरवाजे खुले हैं।