स्वाइन फ्लू से बचने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खें……..

ख़बरें अभी तक। स्वाइन फ्लू एक ऐसी बीमारी है जो एक H1N1 infuenza वायरस से होता है और ये बीमारी बहुत ही संक्रामक होती है। ये वायरस स्वाइन फ्लू से जूझ रहे मरीज़ों के खांसने या फिर छींकने के दौरान मुंह और नाक से निकली छोटी बूंदो के साथ बाहर आ जाते हैं और ये हवा में करीबन 24 घंटो तक रहते हैं। जो भी व्यक्ति इस हवा में सांस लेता है ये वायरस उनके अंदर प्रवेश कर जाते हैं।

स्वाइन फ्लू एक बहुत ही गंभीर बीमारी है। शुरुआत में ही इसके लक्षण से इसका पता लगाया जाए तो इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। तो जानते है क्या है स्वाइन फ्लू के लक्षण……भूक न लगना, खांसी, बुखार, नाक से पानी बहना या नाक जाम हो जाना, सिरदर्द, कमजोरी या थकान , बदनदर्द, उलटी, मांसपेशियों में खिचाव, ठंडा लगना, गले में खराश या गले में कुछ अटका हैं ऐसा महसूस होना।

स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए Tamiflu (Oseltamivir) नाम की दवा दी जाती है। ये दवा मरीज़ की उम्र और वज़न के हिसाब से दी जाती है। जब मरीज़ पूरी तरह से ठीक हो जाता है, उसके बाद ही उसे अस्पताल से छुट्टी दी जाती है।

आप स्वाइन फ्लू से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे भी अपना सकते है…..

आप कपूर का टुकड़ा महीने में एक या दो बार पानी के साथ ले सकते हैं। छोटे बच्चों को इसे आलू या फिर केले के साथ मिलाकर दिया जा सकता है। लेकिन ये बात ध्यान रखें कि इसे रोज़ नहीं लेना चाहिए।

आप नीम का इस्तेमाल भी कर सकते है नीम बहुत सी बीमारियों से लड़ने में मददगार साबित होता है। रोज़ाना नीम की 3-5 पत्तियां चबाने से खून भी साफ रहता है और स्वाइन फ्लू का खतरा भी कम हो जाता है।

गिलोय में 5-6 तुलसी की पत्तियां मिलाकर इसे 15-20 मिनट तक उबाल लें। जब ये पूरी तरह से घुल जाए तो इसमें काली मिर्च, सेंधा नमक (अगर व्रत है तो) या काला नमक और मिश्री स्वादानुसार मिला लें| इसे ठंडा होने दें और फिर इसका सेवन करें।

रोज़ सुबह तुलसी की पत्तियां खाने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। तुलसी हमारे शरीर में हमारे गले और फेफड़े को साफ रखती है और इसके साथ ही हमारी इम्यूनिटी को भी बढ़ती है। वहीं रोज़ाना प्राणायाम और जॉगिंग करने से भी हमारा गला और हमारे फेफड़े हेल्दी रहते हैं और स्वाइन फ्लू का खतरा कम हो जाता है।