यहां पढ़िए चंद्रमा के बारे में पूरी जानकारी, जो कहीं नहीं मिलेगी!

ख़बरें अभी तक। ज्यादातर लोगों का कहना है कि चंद्रमा गोल है….लेकिन यह सच नहीं है…..चंद्रमा का आकार अंडे के आकार जैसा होता है। चन्द्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है। और यह सौर मंडल का पांचवां, सबसे विशाल प्राकृतिक उपग्रह है। बृहस्पति के उपग्रह के बाद चन्द्रमा दूसरा सबसे अधिक घनत्व वाला उपग्रह है। चंद्रमा 4.5 अरब पहले पृथ्वी और थीया के बीच हुए भीषण टकराव के बाद बचे हुए अवशेंषो के मलबे से बना था।

आपको यह भी बता दें कि चंद्रमा का क्षेत्रफल अफ्रीका के क्षेत्रफल के बराबर है….और पृथ्वी के मध्य से चंद्रमा के मध्य तक कि दूरी 384,403 किलोमीटर है…..वहीं अगर धरती से चांद गायब हो जाए तो पृथ्वी पर दिन महज छ: घंटे तक के लिए होगा……और यदि ऐसा हुआ तो इससे धरती पर रह रहे लोगों का क्या होगा इसका अंदाजा आप खुद ही लगा लिजिए……चांद का व्यास धरती के व्यास का सिर्फ चौथा हिस्सा है….और लगभग 49 चांद धरती में समा सकते है…..।

यदि चन्द्रमा पर खड़े होकर पृथ्वी को देखे तो पृथ्वी साफ़ साफ़ अपने अक्ष पर घूर्णन करती हुई नजर आएगी लेकिन आसमान में उसकी स्थिति सदा स्थिर बनी रहेगी अर्थात पृथ्वी को कई वर्षो तक निहारते रहो….तो भी वह अपनी जगह से टस से मस नहीं होगी।…… सूर्य के बाद आसमान में सबसे अधिक चमकदार निकाय चन्द्रमा है। जब चन्द्रमा अपनी कक्षा में घूमता हुआ सूर्य और पृथ्वी के बीच से होकर गुजरता है और सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है तो उसे सूर्यग्रहण कहते है।

आपको पता है अन्तरिक्ष में अब तक सिर्फ मानव ही चन्द्रमा पर कदम रख सका है। जी हां मानव ही एक ऐसा जीव है जो चांद तक पहुंचा है…..और सबसे पहले चंद्रमा की सतह पर कदम रखने वाले मानव नील आर्मस्ट्रांग थे और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री के तौर पर ठीक 50 साल पहले नील आर्मस्ट्रांग ने 20 जुलाई 1969 को चांद पर कदम रखा था….. नील आर्मस्ट्रांग के कदम रखने पर जो निशान वहां पर बने थे वो आज भी वहां वैसे के वैसे ही पड़े है। और अगले कई सालों तक वहां पर ऐसी ही रहेंगे क्योंकि चांद पर हवा नहीं है जो हवा से मिट जाए….

आप यह भी जान ले कि आज तक सिर्फ 12 लोग ही चांद पर कदम रख सके है….जिसमें से पहले मानव नील आर्मस्ट्रांग थे, उनके बाद एल्ड्रिन ने चांद पर कदम रखा था,,,उसके बाद पेटे कॉनराड, एलन बीन, एलन शेपर्ड, एडगर मिशेल, डेविड स्कॉट, जेम्स इरविन, जॉन यंग, चार्ल्स ड्यूक, यूजीन सेरनन, हैरिसन श्मिट थे…..जब अंतरिक्ष यात्री एलन शेपर्ड चांद पर थे तो उन्होंने एक golf ball को हीट मारा था जो लगभग 800 किलोमीटर दूर गई थी…..

सबसे बेहतरीन चीज जो आजकल के युवाओं के लिए बेहद खुश कर देने वाली बात है। चांद पर नासा ने विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए चांद पर वाई-फाई कनेक्शन की सुविधा उपल्बध करवाई है जिसकी 19 एनबीपीएस स्पीड हैरान करने वाली है। अगर आप अपने इंटरनेट स्पीड से खुश नहीं है तो आप चांद का रुख कर सकते है।

जाते-जाते आपको दो और महत्वपूर्ण जानकारी देते है…….जो आपको शायद कहीं से पता चलेगी…..चांद पर पानी की खोज भारत ने की थी….भारत से पहले कई वैज्ञानिकों का मानना था कि चांद पर पानी है लेकिन किसी ने खोजा नहीं था…..चांद पर मानव द्वारा छोड़े गए 96 बैग ऐसे है जिसमें मल, मूत्र और उल्टी है। चांद पर करीब 1 लाख 81 हजार 400 किलो का मानव निर्मित मलबा है जिसमें 70 से अधिक अंतरिक्ष यान और दुर्घटनाग्रस्त कृत्रिम उपग्रह शामिल है..