हरियाणा: सरकार की ठप व्यवस्था के कारण दस्तावेजों की जांच के लिए दर दर की ठोकरें खा रहे युवा

ख़बरें अभी तक। प्रदेश सरकार ने जैसे ही नौकरियों की भर्ती की घोषणा की है। वैसे ही बच्चे उसके आवेदन के लिए लंबी लंबी कतारों में लग गए है। नई भर्ती के साथ साथ नए नियम भी लागू किए गए। जिसके चलते पांच अंक उसको मिलेंगे जिसके घर में कोई सरकारी नौकरी पर नहीं है। पांच अंक स्वर्ण जाति के आरक्षण के अंतर्गत दिए जाएंगे और पांच अंक हरियाणा डोमिसाइल के दिए जाएंगे। जिसको मिला कर कुल पंद्रह नंबर बनते है। जिसके लिए बच्चों को एफिडेविट बनवा तहसील अधिकारियों से अपने दस्तावेजों की जांच करवानी होगी। और यह प्रणाली इस बार की नई भर्ती में ही लागू की गई है।

वहीं घरौंडा तहसील में युवा इसको लेकर बहुत परेशान नजर आ रहे हैं। साहिल राणा, रोहित,  ने बताया कि हम पिछले दो दिन से लगातार तहसील में आ रहे है। लेकिन यहां दस्तावेजों को जांचने के लिए एक ही अधिकारी को बैठा रखा है। रोजाना सैकड़ों हजारों की तादात में युवा आवेदन के लिए आ रहे है। जिसके चलते बहुत कम लोगों के दस्तावेजों की जांच हो पाती है। अगले दिन फिर सुबह से उन्हें कतारो में लगना पड़ता है। और सभी भूखे प्यासे तहसील में सुबह आते हैं। और घर जाते तक शाम हो जाती है। लेकिन फिर भी उनका नंबर नहीं लग पाता है। जिससे कि वह सरकार की इस प्रणाली से बहुत परेशान है। और चाहते है कि इस प्रणाली में बदलाव किया जाए।

इस बारे में घरौंडा तहसीलदार ने बताया कि सरकार की और से नई भर्ती निकली गई है। और इस प्रणाली में कोई परेशानी नहीं आ रही है। और लगातार अधिकारी बच्चों की सहायता में लगे हुए है।