शुलिनी मेले की टूटेगी परंपरा, सीएम नहीं विधानसभा अध्यक्ष उठाएंगे माँ शुलिनी की शोभायात्रा की पालकी

ख़बरें अभी तक। शूलिनी मेले में इस बार पारंपरिक परंपरा टूटती हुई दिखाई दे रही है। मेले में पिछले कई वर्षों से मेले का शुभारंभ या तो राज्यपाल या फिर मुख्यमंत्री किया करते थे। लेकिन इस बार पहली बार ऐसा हो रहा है कि मेले की तीनों दिन में से किसी भी दिन ना तो राज्यपाल और ना ही मुख्यमंत्री मेले में आ रहे हैं दोनों की व्यस्तता के चलते इस बार मुख्यमंत्री व राज्यपाल मेले में नहीं दिखाई देंगे।

200 साल से मनाया जा रहा है शूलिनी मेला

मां शूलिनी मेला लगभग 200 साल से मनाया जा रहा है। मां शूलिनी मंदिर के पुजारी पंडित राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि यह मेला लगभग 200 साल से मनाया जा रहा है। यह मेला हर साल जून माह में मनाया जाता है। इस दौरान मां शूलिनी शहर के भ्रमण पर निकलती हैं व वापसी में अपनी बहन के पास दो दिन के लिए ठहरती हैं। इसके बाद अपने मंदिर स्थान पर वापस पहुंचती हैं, इसलिए इस मेले का आयोजन किया जाता है। इस दौरान शहर भर में भंडारों का आयोजन भी किया जाता है।

सोलन में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान उपायुक्त सोलन विनोद कुमार ने बताया कि सोलन का राज्यस्तरीय मेले की पूरी तैयारियां कर ली गयी है,उन्होंने बताया कि इस बार मेले में शोभायात्रा की पालकी विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल उठाएंगे,उन्होंने कहा कि सीएम जयराम ठाकुर की व्यस्ता के कारण वे इस बार मेले में नही आ पायंगे।

मेले का शुभारंभ करेंगे विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल:-

वहीं मेले का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल करेंगे जबकि मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचेंगे मेले के समापन समारोह में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ राजीव शाह जल बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित होंगे।

कानून व्यवस्था पर होगी अहम नजर:-

मेले की तैयारियों व कानून व्यवस्था को लेकर जानकारी देते हुए उपायुक्त सोलन विनोद कुमार एसपी सोलन मधुसूदन शर्मा ने बताया कि मेले की सुरक्षा में 500 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है।

मेले में गन्दगी फैलाने वालों पर की जायेगी कड़ी कार्यवाही:-

इस बार मेले में सफाई का विशेष ध्यान होगा पिछली बार गंदगी फैलाने वाले 14 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे इसलिए इस बार उन लोगों को पहले ही विशेष तौर पर भंडारों के दौरान सफाई से कार्य करने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

सूफी गायक सतिंदर सरताज और हिमाचल के उभरते कलाकार हंसराज रघुवंशी होंगे मेले के मुख्य गायक:-

सोलन मेले में पहली बार सूफी गायक सतिंदर सरताज अपनी आवाज का जादू फेरने आ रहे है, बता दे कि सतिंदर सरताज “साईं” और “उडारीयां” जैसे फेमस गीत गा चुके है।वहीं हंसराज रघुवंशी भी शुलिनी मेले में अपनी आवाज जादू भिखेरेंगे।बता दे कि हंसराज रघुवंशी ने “मेरा भोला है भंडारी” जैसा फेमस गाना गाया है।

शलिनी मेले की तीनों सांस्कृतिक संध्याओं में जिला प्रशासन ने कलाकारों को चयन कर लिया है। वहीं मेले में इस बार हिमाचल के स्थानीय कलाकारो को मंच दिया गया है, क्योंकि मेला कमेटी का कहना था कि स्थानीय कलाकारों को मंच नही दिया जाता है।

पहली सांस्कृतिक संध्या में मुख्य कलाकारों के तौर पर गीता भारद्वाज, विक्की चौहान होंगे। दूसरी संध्या में मुख्य कलाकार हंसराज रघुवंशी, कृतिका तंवर व अनुज शर्मा अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी सूफी गायक सतिद्र सरताज व बालीवुड गायक पूर्ण शिवा मुख्य कलाकार होंगे।