अलीगढ़ में में ढाई साल की मासूम के साथ हैवानियत की हुई हद पार, देश भर में आक्रोश

ख़बरें अभी तक।  अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की हत्याकर आंखें निकालने का मामला सामने आने के बाद देशभर के लोगों में गुस्सा फूट रहा है। मां-बाप द्वारा उधार लिए गए महज 10 हजार रुपये न चुकाने पर बच्ची से हुई बर्बरता की सोशल मीडिया पर भी तीखी आलोचना हो रही है। पीड़ित परिवार ने हत्यारों के लिए फांसी की मांग की है। मामला सुर्खियों में आने के बाद डीजी लॉ एंड आर्डर आनंद कुमार ने अलीगढ़ के एसपी ग्रामीण की अगुआई में एसआईटी गठित कर दी है। साथ ही डीजीपी मुख्यालय ने एसएसपी अलीगढ़ से पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है। राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। गुरुवार देर रात पांच पुलिसवालों को सस्पेंड भी किया गया, जिन पर यह आरोप था कि बच्ची जब गायब हुई तो इन्होंने रिपोर्ट नहीं लिखी ।
शुक्रवार को राहुल गांधी के ट्वीट के बाद इस मामले ने तूल पकड़ा । राहुल ने लिखा कि बच्ची की भयावह हत्या से वह सदमे में हैं। कोई इंसान एक बच्ची से ऐसी बर्बरता कैसे कर सकता है … यूपी पुलिस को हत्यारों को सजा दिलाने के लिए तेजी से कार्रवाई करनी चाहिए। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने इसे अमानवीय बताते हुए कहा कि इस घटना ने उन्हें हिलाकर रख दिया है।

मायावती ने कही तत्काल कार्रवाई बात
राहुल और प्रियंका के अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यूपी में कानून का राज कायम करने के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। सोशल मीडिया में भी यह मामला दिनभर ट्रेंड करता रहा। सोशल मीडिया में कुछ लोगों ने इसे सांप्रदायिक रंग से देखा तो ऐक्ट्रेस सोनम कपूर ने ट्वीट किया कि इस मुद्दे का इस्तेमाल निजी स्वार्थ के लिए न करें। छोटी-सी बच्ची की मौत आपके नफरत फैलाने की वजह नहीं है।

कूड़े के ढेर पर मिला था शव
गौरतलब हो कि यह वरादात अलीगढ़ के टप्पल की है। पुलिस के मुताबिक, आरोपित जाहिद से बच्ची के परिवार ने 50 हजार रुपये उधार लिए थे। इनमें से 10 हजार बकाया थे, पैसे नहीं देने पर 28 मई को जाहिद की बच्ची के दादा से कहासुनी हुई। इसके बाद 30 मई को जाहिद ने बच्ची को अगवा किया और उसकी हत्या कर साथी असलम की मदद से शव को ठिकाने लगाया। परिवार को बच्ची का शव 2 जून को घर के पास क्षत-विक्षत हालत में कूड़े के ढेर में मिला था। आंखें बाहर निकली थीं, एक हाथ गायब था।