अफ़ज़ल अंसारी के गढ़ में कैदियों के हौंसले बुलंद, जेल में फोन से रची जा रही आपराधिक साजिशें

ख़बरें अभी तक। गाजीपुर जिला जेल अक्सर विवादों में रहती हैं। कुछ महीने पहले कैदियों ने बैरक में सीसीटीवी कैमरा लगाने को लेकर जेल में तांडव किया था। आगजनी के साथ जेल में पार्टियों के झंडे भी लहराए गए थे। अब जिला जेल के अंदर का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें गाजीपुर जिला जेल के कैदी फोन से बात कर रहे हैं। साथ ही उनको अलग खाना भी उपलब्ध कराया जा रहा है। गाजीपुर की सियासी फिजा बदली है। बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी गाजीपुर से सांसद हैं।

अब गाजीपुर जेल अपने पुराने दौर में लौटता नजर आ रही है। जेल से फोन कॉल के जरिए फिरौती आपराधिक साजिश भी रची जा रही है। वहीं जेलर इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। बैंकों में सीसीटीवी कैमरा लगाने के बाद जेल प्रशासन की सरपरस्ती में कैदियों को जेल के विशेष स्थान पर फोन कॉल की सुविधा दी जा रही है। जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया गया है।

जब इस मामले में हमने उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे से सवाल किए तो वह भी इस मामले से बचते नजर आए। मुख्य सचिव जेल के इस गंभीर सवाल पर भी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से नीचे नहीं उतरे। हमारे सवाल करने पर सूबे के शीर्षस्थ अधिकारी का ऐसा करना अपने आप में बड़े सवाल खड़े करता है। योगी सरकार में जेलों में हो रही साजिशों को लेकर उच्चाधिकारियों का उदासीन रवैया बहुत कुछ कहता है।

वहीं मुख्यमंत्री योगी लॉ इन ऑर्डर पर कानून-व्यवस्था का लगातार दम भरते हैं और अपराधियों को उत्तर प्रदेश छोड़ने, या जेल में चले जाने की बात करते हैं। अपने कई इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि अपराधियों के लिए बाहर घूमना खतरनाक होगा। इससे बेहतर है कि वह जेल में चले जाएं लेकिन योगी की जेल आजकल उनकी आरामगाह और आपराधिक साजिश रचने का अड्डा बनी हुई है। बीते वर्ष बागपत जेल में शिफ्टिंग के दिन ही माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद योगी सरकार की जेलों में कैदियों की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े हुए थे। एडीजी ने मीडिया के सामने आकर खुद सफाई दी थी।

आपको बता दें कि समय-समय पर जेल का निरीक्षण जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश में गठित जेल सुधार समिति द्वारा किया जाता है। बावजूद इसके जेल की ऐसी तस्वीरें सामने आ रही है। जेलर की सरपरस्ती में जिला जेल के कैदी बेरोकटोक फोन का प्रयोग कर रहे हैं साथ ही उनके खाने के लिए खाने की विशेष व्यवस्था की जा रही है। जो पहले की सरकारों में जेल में वीवीआईपी व्यवस्था की याद दिलाता है।वाकई योगी सरकार में कैदियों के भी अच्छे दिन आ गए हैं। इस मामले में जो हमने जिलाधिकारी के बालाजी से बात की तो उन्होंने कहा कि एसडीएम के नेतृत्व में कमेटी बना दी गई है। जांच कराई जा रही है जांच के दौरान जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।