कोचिंग सेंटर में लगी भीषण आग में मरने वाले बच्चों का आकड़ा बड़ा

ख़बरें अभी तक। शुक्रवार को हुए सरथाणा जकातनाका के तक्षशिला आर्केड में लगी आग में मरने वालें बच्चों का आंकड़ा 20 के पार हो गया है। जिसमें शनिवार को जख्मी दो और छात्रों की मौत हो गई है, वहीं सात की हालत बेहद गंभीर है। इससे पहले शुक्रवार देर रात तक तीन छात्र और 15 छात्राओं समेत 21 की मौत हो गई थी। सभी की उम्र 15 से 22 साल के बीच थी। घटना के समय आर्ट्स कोचिंग में 60 बच्चे थे। 13 बच्चों ने दूसरी और तीसरी मंजिल से छलांग लगाई। इनमें से तीन की कूदने से मौत हुई। वहीं पुलिस ने कोचिंग के संचालक को हिरासत में ले लिया है।

बता दें कि चार मंजिला कॉम्प्लेक्स में शॉर्ट सर्किट से दोपहर बाद साढ़े तीन बजे आग लगी। कॉम्प्लेक्स में दूसरी और तीसरी मंजिल पर आर्ट क्लासेस चलती हैं। आग ग्राउंड फ्लोर से शुरू हुई। आग देखकर आर्ट क्लास के बच्चे ऊपर की ओर भागे और वहीं फंस गए। फायर ब्रिगेड के आने तक आग बेकाबू हो गई। इसलिए बच्चों ने जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से कूदना शुरू कर दिया। नीचे जमा स्थानीय लोगों ने कूद रहे बच्चों को कैच करना शुरू किया, ताकि बच्चों के सिर पर सीधी चोट न आए। इस तरह लोगों ने 10 बच्चों को बचा लिया। जबकि, एक बच्चे को नहीं बचाया जा सका।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि दमकल की गाड़ियां आग लगने के आधे घंटे बाद मौके पर पहुंचीं। लेकिन, उस वक्त उनके पास जरूरी उपकरण नहीं थे, जिनके जरिए आग में फंसे बच्चों को बाहर निकाला जा सके।

वहीं गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने हादसे पर दुख जाहिर किया। उन्होंने बच्चों के परिवारों के लिए मुआवजे का ऐलान किया और कहा कि एक दिन के भीतर हादसे की जांच रिपोर्ट पेश की जाए। रुपाणी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है। नड्डा ने एम्स ट्रामा सेंटर के निदेश को हर मदद के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली एम्स में भी डॉक्टरों की एक टीम को अलर्ट रखा गया है।