ख़बरें अभी तक । लोकसभा चुनाव में हार को हिमाचल कांग्रेस पचा नहीं पा रही है. हारने के बाद कांग्रेस में शीत युद्ध शुरू हो गया है. इस बार प्रदेश के पुर्व मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह ने सुखराम परिवार को फिर से आड़े हाथ लिया है. मंडी सीट को लेकर राजा ने कहा कि यहां से हमने उम्मीदवार नहीं चुना था, आश्रय को उन पर थोपा गया था. वीरभद्र यही नही रूके उन्होंने यह तक कह डाला कि चुनाव से पहले कभी आश्रय का चेहरा तक नही देखा था.
राजा के इस बयान के बाद हिमाचल कांग्रेस में घमासान मच गया है. गौर रहे कि पिछले कल ऊना के विधायक ने राजा वीरभद्र पर कांग्रेस की हार का ढिंढोरा पिटा था. लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के अंदर ही मतभेद होना शुरू हो गए है . वीरभद्र के इस बयान पता चल गया है कि सुखराम और वीरभद्र रिश्ते अब भी पहले जैसे ही हैं.