बीजेपी ने फतह किया हरियाणा का रण

खबरें अभी तक। हिमाचल उत्तराखंड की तरह ही हरियाणा में भी बीजेपी ने अपना परचम लहरा दिया है. हरियाणा में भी बीजेपी ने प्रत्येक सीट पर विजय हासिल की है. यह पहली बार हुआ है जहां बीजेपी ने हरियाणा में 10 सीटों पर विजय प्राप्त की है. अगर हरियाणा की सबसे अहम सीटों की बात करें तो रोहतक, सोनीपत और हिसार सीट का नाम जुबान पर आता है. इन सीटों पर कई पार्टियों के दिग्गज नेता खड़े थे इसलिए इन सीटों को अहम माना जा रहा था.

रोहतक- रोहतक सीट से इस बार बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के तौर पर अरविंद शर्मा को मैदान में उतारा था तो वहीं इस सीट से कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा थे. रोहतक को दीपेंद्र हुड्डा का गढ़ माना जाता था लेकिन मोदी सुनामी में यह गढ़ भी सुनामी के साथ ही चला गया और इस सीट पर बीजेपी के अरविंद शर्मा ने जीत हासिल कर ली. अरविंद शर्मा को मात्र 2636 वोटों से जीत मिली. लेकिन यह जीत भी अपने आप में अहम भूमिका रखती है क्योंकि 3 साल से इस लोकसभा सीट से सांसद रह चुके दीपेंद्र हुड्डा को उनके ही गढ़ में हराना कोई आसान काम नहीं था लेकिन मोदी लहर में सब कुछ जायज है. बीजेपी ने इस सीट से जीत हासिल कर फिर एक बार साबित कर दिया है कि मोदी है तो मुमकिन है.

चलिए बात करते हैं हिसार लोकसभा सीट की- हिसार लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के तौर पर केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था और इनके सामने कांग्रेस के भव्य बिश्नोई थे. यहां मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच नहीं था इस सीट से एक और बड़ा चेहरा था जो की जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला का है. इस सीट से वर्तमान सांसद दुष्यंत चौटाला को भी टक्कर में माना जा रहा था. नतीजों के आने से पहले दुष्यंत का नाम भी जीतने वालों की सूची में जोड़ा जा रहा था. लेकिन मोदी सुनामी में कहां कोई क्षेत्र या सीट बच पानी थी और ये सीट भी बीजेपी की झोली में चली गई. इस सीट से बीजेपी के बृजेंद्र सिंह ने जीत हासिल की.

सोनीपत- सोनीपत सीट भी अपने-आप में अहम सीट मानी जा रही थी. क्योंकि इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा चुनावी मैदान में थे. इस सीट से भी मुकाबला कड़ा माना जा रहा था. सोनीपत लोकसभा सीट से बीजेपी ने अपने उम्मीदवार के तौर पर रमेश कौशिक को रण में उतारा था और वो भी जीत का चौका मार गए.  इस सीट जिस प्रकार के कयास लगाए जा रहे थे उस प्रकार का कुछ भी देखने के नहीं मिला. इस सीट से रमेश कौशिक ने 1.5 लाख वोटों से जीत हासिल की.