लोकसभा चुनाव 2019: चुनाव आयोग ने योगी-माया के बाद आजम खान और मेनका गांधी पर लगाया बैन

ख़बरें अभी तक: सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद चुनाव आयोग ने भी आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों एक्शन लिया है। चुनाव प्रचार के दौरान गलतबयानी के चलते योगी आदित्यनाथ और मायावती के खिलाफ कार्रवाई के बाद चुनाव आयोग  ने केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान को भी चुनाव प्रचार से रोक दिया है। आयोग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ही दिन में चार दिग्गज नेताओं पर बैन लगा दिया।

चुनाव आयोग ने भड़काऊ भाषण के लिए पहले यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायवती पर प्रतिबंध लगाया। वहीं, शाम तक एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए आयोग ने सपा नेता आजम खान और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी। बता दें कि आजम खान के प्रचार को 72 घंटे के लिए बैन किया गया है, तो वहीं मेनका गांधी पर विवादित बयान के लिए 48 घंटे तक चुनाव प्रचार पर प्रतिबंध लगाया गया है। इन दोनों नेताओं पर यह प्रतिबंध 16 अप्रैल सुबह 10 बजे से शुरु होगा। बता दें कि इस दौरान ये किसी भी तरह की चुनावी रैलियां नहीं कर सकेंगे।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और रामपुर लोकसभा सीट से सपा के उम्मीदवार आजम खान ने जया प्रदा का नाम लिए बिना आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि जिसको हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे, मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनका अंडरवियर खाकी रंग का है। बता दें कि रामपुर सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी जया प्रदा हैं। वहीं केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने सुल्तानपुर से भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने मुस्लिम वोटरों से उन्हें वोट करने के लिए कहते हुए कहा था कि जिस इलाके से उन्हें सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, सबसे पहले उसी का काम होगा। इसके अलावा एक अन्य रैली में मेनका ने मुस्लिम समाज को लेकर विवादित टिप्पणी भी की थी।