लोकसभा चुनाव 2019: शिमला संसदीय सीट और युवा नेताओं की उम्मीद

ख़बरें अभी तक। आगामी लोकसभा चुनाव में अपना भाग्य आजमाने के लिए बहुत से युवा नेता तैयार है। वहीं हिमाचल की बात करें तो शिमला और मंडी की सीटों पर युवा नेताओं ने अपनी दावेदारी दर्ज करवाई है। शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस के दो युवा नेता अमित नन्दा और विनोद सुल्तानपुरी ने टिकटों की मांग की है। दोनो कांग्रेस के युवा नेता है और लंबे अरसे से कई ज़िम्मेदारियों के साथ पार्टी के लिये मेहनत कर रहे है।

अमित नन्दा ने खबरें अभी तक से बात करते हुए कहा कि उन्होंने संगठन में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाये है और अब इस उम्र में ये ज़रूरी है कि चुनावी राजनीति में भी भाग्य आजमाया जाए। उनका कहना है कि सभी का अधिकार है टिकट मांगना लेकिन किसे देना है ये पार्टी नेतृत्व का अधिकार क्षेत्र है। टिकट मिलेगी तो अपने काम और लोगों की सेवा के भरोसे शिमला सीट जीत कर राहुल को समर्पित करेंगे।

शिमला सीट से युवा नेता विनोद सुल्तानपुरी ने भी टिकेट के लिये आवेदन किया है। विधानसभा चुनावों में मात्र एक सौ से कुछ ज्यादा मतों से हारे थे। पार्टी में युवाओं को आगे लाने का दावा करने वाली राहुल की कांगेस अब चुनावों में युवाओं पर भरोसा करेगी या पुराने चेहरों पर ही दाव  लगती है ये देखना होगा।

चुनावी राजनीति में युवाओं ने भी लोकसभा चुनाव में अपनी भागीदारी और भाग्य जमाने की कवायद शुरू कर रखी है। शिमला संसदीय सीट से कांग्रेस के अलावा शिमला की मेयर की भी दावेदारी बताई जा रही है और आजकल इन्हें लेकर बहुत चर्चा है कि अगर महिला की बात होती है तो शिमला से  मेयर कुसुम सदरेट भी मजबूत प्रत्याशी बताई जा रही है। हालांकि इन्होंने ना तो खुद से दावेदारी जताई है और न ही टिकट का आवेदन और मांग की है।

शिमला सीट से ही महिला नेता और हाल ही में रोहड़ू विधानसभा सभा से चुनाव लड़ चुकी नेत्री शशिबाला भी मजबूत दावेदार बताई जा रही है।अब देखना ये भी
होगा कि भाजपा नेतृत्व किसी महिला को शिमला सीट से उतरता है और शिमला की मेयर और युवा नेता पर मोहर लगाएगा इसके लिए इंतज़ार करना पड़ेगा। शिमला
सीट ओर भजापा का सर्वे मौजूदा सांसद को कमज़ोर बता रहा है लेकिन अब देखना होगा कि टिकट बदलती है या इन्हें ही आजमाया जाएगा।