ख़बरें अभी तक। सऊदी अरब में नौकरी की चाहत में गए ऊना जिला के गांव अरनियाला और अजनोली के दो युवक वहाँ की कम्पनियों के उत्पीड़न का शिकार होकर फँसे हुए है। यह दोनों युवक आपस में रिश्तेदारी में भाई भी लगते है इन पीड़ित युवकों के परिवारों सांसद अनुराग ठाकुर के माध्यम से भारत सरकार से मदद करने की अपील की है। इन परिवारों का आरोप है कि सऊदी अरब में इनके बेटों के ऊपर बहुत ज़ुल्म हो रहा है, ना तो उन्हें भरपेट खाना मिल रहा है और ना ही महीनों से वेतन मिला है।
पेट की आग बुझाने के लिए इंसान को ना जाने क्या क्या करना पड़ता है। दो वक़्त की रोटी कमाने के लिए ना चाहते हुए भी घर बार छोड़ना पड़ता है। लेकिन इस सबके बावजूद अगर दो वक़्त की रोटी की जगह उसका शोषण हो रहा हो, तो इससे ज़्यादा ज़ुल्मो ज़बर क्या हो सकता है ? कुछ ऐसा ही हो रहा है सऊदी अरव में नौकरी की चाहत में गए जिला ऊना के दो युवकों अश्वनी और अजय के साथ। ये दोनों पीड़ित रिश्ते में भाई लगते हैं। ये भारतीय कामगार भाई वहाँ की कंपनी के उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं, जिसकी वजह से वो वहाँ फँस चुके हैं।
आरोप है कि वहाँ पर पीड़ित नौजवानों की हालत का आलम कुछ ऐसा है कि उन्हें महीनों से वेतन तक नहीं मिला है। इससे भी दर्दनाक यह है कि वहां पर उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया है, पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्हें केवल जीवित रखने के लिए बीच बीच में कभी एक वक़्त तो कभी दो वक़्त का खाना दिया जाता है। जबकि उनके मोबाइल में बात करने के लिए पैसे भी समाप्त है, ऐसे में पीड़ित भाइयों से किसी प्रकार दूसरे का फोन प्रयोग अपने परिवार को सूचित किया। अब पीड़ित परिवार अपने बच्चों की सुरक्षित वतन वापिसी के लिए शासन प्रशासन के हर द्धार पर दस्तक दे रहा है। वहीं परिजनों की नम आँखे अपने बच्चो को देखने के लिए तरस रही है।