हिमाचल: ऊना पुलिस की चिट्टे के खिलाफ बड़ी मुहिम एक साल में पकड़े 42 मामले

ख़बरें अभी तक। ऊना जिला में चिट्टे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है, चिट्टे की चपेट में आने से कई युवा अपनी जिंदगी से हाथ तक धो चुके है। पंजाब के साथ सटा होने के कारण जिला ऊना में चिट्टा तेजी से अपने पांव पसार रहा है। लेकिन ऊना पुलिस चिट्टा तस्करों पर लगातार सर्जिकल स्ट्राइक कर रही है। ऊना पुलिस ने सवा साल में चिट्टे के 42 मामले पकड़कर आरोपियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा है जबकि 2013 से लेकर 2017 पुलिस ने चिट्टे के 34 केस पकड़े थे। पुलिस भी मानती है कि ऊना जिला में चिट्टे की सप्लाई पंजाब से होती है और हिमाचल पुलिस पंजाब पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर पंजाब के तस्करों पर भी नकेल कस रही है। पुलिस की कार्रवाई से स्थानीय लोग भी संतुष्ट है।

एएसपी ऊना विनोद धीमान की माने तो ऊना पुलिस चिट्टा माफिया के खिलाफ मुस्तैदी से कार्रवाई कर रही है यही कारण है पिछले पांच सालों के मुकाबले सवा साल में चिट्टे के सबसे ज्यादा मामले पकड़े गए है। एएसपी ऊना ने कहा कि चिट्टे के खिलाफ पुलिस की मुहीम में स्थानीय लोगो को भी सहयोग मिल रहा है।

एएसपी ऊना भी मानते है कि पिछले कुछ समय से ऊना जिला में चिट्टे सप्लाई बढ़ी है और ऊना जिला में चिट्टे की सप्लाई मुख्य रूप से पंजाब से ही हो रही है। एएसपी ने बताया कि हाल ही में गगरेट और अंब क्षेत्र में पकड़े गए चिट्टे के आरोपियों से पूछताश में यह बात साफ़ हुई है कि उन्हें सप्लाई पंजाब से आती है। एएसपी ने कहा कि पकड़े गए आरोपियों से पूछताश के बाद पंजाब के जिन सप्लायरों का पता चला है उनपर भी पंजाब पुलिस पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर कार्रवाई की गई है।

वहीं पुलिस द्वारा चिट्टे के खिलाफ छेड़े गए अभियान पर स्थानीय लोग भी खुश है। स्थानीय लोगों की माने तो चिट्टा एक खतरनाक नशा है जिससे कई घर बर्बाद हो चुके है। स्थानीय लोगों की माने तो ऊना पुलिस की नशे के खिलाफ कार्रवाई सराहनीय है।