पुलवामा अटैक: 200% बढ़ाई गई पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी

ख़बरें अभी तक। भारत ने पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर कस्टम ड्यूटी 200% तक बढ़ा दी है। पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीनने का फैसला किया था। इसके बाद से भारत में पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर किसी भी सीमा तक शुल्क बढ़ाने का अधिकार था। इसी के चलते कस्टम ड्यूटी 200% बढ़ा दिया गया है। पकिस्तान से फलों और सीमेंट का आयत हमारे देश में भारी मात्रा में होता है। अभी तक फलों पर 30-50% और सीमेंट पर 7.5% कस्टम ड्यूटी लगता था। पुलवामा में गुरुवार को हुए फियादीन हमले में 40 जवान शहीद हुए। हमले के बाद शुक्रवार को कैबिनेट की सुरक्षा संबंधी समिति की बैठक हुई थी। इसमें एमएफएन वापस लेने का फैसला लिया गया था।

क्या है मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा?
मोस्ट फेवर्ड नेशन यानी सबसे ज्यादा तरजीही वाला देश। विश्‍व व्‍यापार संगठन और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों के आधार पर व्यापार में मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया जाता है। जिस देश को यह यह दर्जा मिलता है, उसे आश्वासन रहता है कि उसे कारोबार में नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। भारत ने 1996 में पाकिस्‍तान को मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का दर्जा दिया था। 2016 में सिंधु जल समझौता खत्म करने के समय  और उड़ी हमले के बाद भी भारत ने पाक से एमएफएन का दर्जा वापस लेने के संकेत दिए थे। हालांकि बाद में केंद्र सरकार ने इसे जारी रखा था। गौरतलब हो पाकिस्तान ने भारत को कभी भी एमएफएन का दर्जा नही दिया।

इसके क्या फायदे
एमएफएन के तहत आयात-निर्यात में विशेष छूट मिलती है। दर्जा प्राप्त देश से कारोबार सबसे कम आयात शुल्क पर होता है। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमेंट, चीनी, ऑर्गेनिक केमिकल, रुई, सब्जियों और कुछ चुनिंदा फलों के अलावा मिनरल ऑयल, ड्राई फ्रूट्स, स्टील का कारोबार होता है।

कब वापस लिया जा सकता है दर्जा?
डब्ल्यूटीओ के अनुच्छेद 21 बी के तहत कोई भी देश किसी देश को दिया एमएफएन का दर्जा तब वापस ले सकता है, जब उन दोनों के बीच सुरक्षा संबंधी मुद्दे पर विवाद हो। नियम के मुताबिक, किसी भी देश से एमएफएन का दर्जा वापस लेने के लिए सारी शर्तें पूरी करनी होती हैं।