ख़बरें अभी तक। जहां एक ओर दुनिया मे उत्तरकाशी देवी-देवताओ की भूमि के लिए जानी जाती है, तो वही अब गड़वाल गाड़ में रहने वाले इंसान किसी राक्षस से कम नही। खालसी ग्रामीण योगेंद्र पाल को जब गड़वाल गाड़ के बालम सिंह और उसके भाई आनद सिंह द्वारा बेवजह पीटा जारहा था। तोह योगेंद्र पाल की चीख सुनकर मदना देवी ग्राम प्रधान खालसी ने बच्चे को बचाने का प्रयास किया, किन्तु आनद सिंह ने दलित महिला प्रधान को ही थापड़ जड़ दिया।
जिसके बाद आनद सिंह ने फ़ोन कर अपने गांव गडवाल गाड़ से एक दर्जन लोगों को बुला दिया जिन्होंने खालसी के सभी दलितों लोगों की पिटाई करदी। जब उनकी भडास नही भुजी तो उन लोगों ने महिला प्रधान के कपड़े फाड़ दिए। बात इतनी बढ़ गयी कि सोर सुनकर ग्राम प्रधान मदना देवी के पति ने अपनी पत्नी का बीच बचाव करना चाहा लोगों ने उसे भी मारना सुरु कर दिया। जिसके बाद खालसी के लोगों ने अपने प्रधान व दलितों का बीच बचाव किया।
ग्राम प्रधान की पिटायी के बाद खालसी के सभी दलित लोग डारे हुए है जिसके बाद खलासी ग्रामीण अपनी गुहार लगाने ज़िलाधिकारी कार्यलय उत्तरकाशी पहुचे, के जहां ADM उत्तरकाशी ने मामले की कि जांच करने के आदेश दिए। दलितों की पिटाई व जाती सूचक गाली गलौच के बाद मुकदमा SC ST एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। किन्तु अभी तक किसी भी अपराधी की गिरफ्तारी नही हुई है।
यह एक अत्यन्त शर्मनाक और मानवता विरोधी घटना है. यह घटना हिन्दू समाज मे ब्याप्त ऊच नीच और जातिब्यवस्था के शीर्ष पर बैठा लोगों की तानाशाही को प्रदर्शित करती है और SC/ST ऐक्ट का विरोध करनेवाली मानसिकता के ऊपर एक करारा तमाचा है. जिला प्रशासन से अनुरोध है कि शीघ्रता से दोषी लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाय.