राम रहीम को हो सकती है बड़ी सजा, गंभीर धाराओं में हुआ दोषी करार

ख़बरें अभी तक। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में बड़ी सजा हो सकती है। रामचंद्र छत्रपति हत्या मामले में फैसला सुनाते हुए जज जगदीप सिंह ने दो बार कहा, राम रहीम तुम दोषी हो। इसके बाद गुरमीत उदास हो गया। जज जगदीप सिंह ने जब फैसला सुनाया, तो वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से पेश गुरमीत राम रहीम को एक बार में सुनाई नहीं दिया। इसके बाद जज जगदीप सिंह ने फिर से राम रहीम को बताया कि तुम्हें रामचंद्र छत्रपति की हत्या का दोषी करार दिया जाता है। कोर्ट में मौजूद अभियोजन पक्ष के गवाह खट्टा सिंह ने बताया कि गुरमीत राम रहीम ने जब यह फैसला सुना, तो उसका चेहरा उतर गया। फैसला सुनाए जाने के बाद जिला शासकीय अधिवक्ता पंकज गर्ग ने कोर्ट से अपील की कि वह सजा के लिए कम से कम एक सप्ताह का समय दें।

सजा को लेकर पुलिस और सरकार की ओर से तैयारी करनी पड़ेगी। इसपर जज ने 17 जनवरी के लिए सजा का समय दिया है। डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम वीडियो कॉन्‍फ्रेसिंग के जरिये पेश होने से पहले पूरी तरह से नॉर्मल दिख रहा था, लेकिन जैसे ही सीबीआई विशेष अदालत के जज ने फैसला सुनाया तो उसका चेहरा एकदम से उतर गया। माथे पर हाथ रखकर चुपचाप कॉन्‍फ्रेंसिंग हाल में बैठ गया। इसके बाद चेहरे पर शिकन के साथ बैरक में इधर- उधर टहलता रहा। सुनारिया जेल में बंद गुरमीत को शुक्रवार को करीब दो बजे वीडियो कान्‍फ्रेंसिंग हॉल में लाया गया। सीबीआई अदालत के जज जगदीप सिंह ने करीब तीन बजे वीडियो कान्‍फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने के आदेश दिए।

जैसे ही वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग से कनेक्टीविटी हुई राम रहीम नीचे सिर करके खड़ा हो गया। बृहस्पतिवार को उसके वकील गुरदास सिंह भी सुनारिया जेल में उसे फैसला पक्ष में आने का भरोसा देकर गए थे। लेकिन जैसे ही जज ने गुरमीत को दोषी करार दिया, उसके चेहरे के भाव बदल गए। नंबरदार उसकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे। उसका ध्यान भटकाने के मकसद से नंबरदारों ने उससे बातचीत भी करने का प्रयास किया, लेकिन उसने काफी देर तक किसी से बात नहीं की। अब 17 जनवरी को उसे सजा सुनाई जानी है, इसलिए जेल प्रशासन को भी उस पर अतिरिक्त नजर रखनी पड़ेगी। पुलिस के जवान अलग-अलग स्थानों पर नाकाबंदी करके तैनात हैं। इसको लेकर 24 घंटे गश्त रहेगी और जेल की तरफ जाने वाले वाहन व लोगों की जांच नियमित की जाएगी। वहीं, सीबीआई कोर्ट के फैसले के बाद यहां भेजे गए गुरमीत के तीन सहयोगियों कुलदीप, कृष्णलाल और निर्मल सिंह को शुक्रवार को शाम पौने 5 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया। इससे पहले उनका मेडिकल कराया गया।

सेंट्रल जेल अंबाला में बंद हनीप्रीत दिनभर गुरमीत की जानकारी लेने के लिए परेशान रही। बताया गया कि हनीप्रीत ने सुबह नाश्ता भी ढंग से नहीं किया। वह शाम तक बाबा के बारे में ही पूछती रहीं। शुक्रवार को दिन में करीब 3 बजे जब सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ गई और तीनों दोषियों को जेल में लाने के कारण हलचल तेज हो गई तब हनीप्रीत को पता चला कि कोर्ट ने बाबा को दोषी करार दे दिया है। यह सुनते ही उसका चेहरा उतर गया। उसने किसी से कोई बात नहीं की। 13 अक्टूबर 2017 को यहां लाई गई हनीप्रीत सहित 22 डेरा प्रेमी यहां बंद हैं। इनमें शुक्रवार को लाए गए तीनों बंदी भी हैं। डेरा सच्चा सौदा के एक अनुयायी यूपी के सरसवा के रहने वाले रङ्क्षवदर गुर्जर ने 3 सितंबर 2017 को सेंट्रल जेल में फांसी लगा ली थी। उसे पंचकूला में हुई ङ्क्षहसा और आगजनी के बाद गिरफ्तार किया गया था।