पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम की मुश्किलें बढ़ सकती है, 11 जनवरी को होगा बड़ा फैसला

ख़बरें अभी तक। पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत में सुनवाई पूरी हो चुकी है. दोनों पक्षों की अंतिम बहस के बाद कोर्ट ने फैसले के लिए 11 जनवरी की तारीख तय कर दी. वहीं इस पूरे मामले पर रामचंद्र छत्रपति के बेटे ने कहा कि इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़नी पड़ती है, लेकिन जब इंसाफ की उम्मीद बंध जाती है तो संतोष होता है. हमने एक ताकतवर दुश्मन के खिलाफ 16 साल तक इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ी है. मुझे उम्मीद है कि 11 जनवरी को अदालत का बड़ा फैसला आएगा.

अंशुल उनका कहना है कि 2002 में सिरसा में उनके घर पर ही उनके पिता की गोलियां मारकर हत्या की गई. 2002 में चौटाला सरकार ने FIR में राम रहीम का नाम दर्ज नहीं होने दिया. सरकार अपने वोट बैंक के फायदे के लिए राम रहीम के आगे नतमस्तक होती थी.

 

बता दें कि साध्वियों से यौन शोषण मामले में 25 अगस्त 2017 को राम रहीम को स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दिया था, तब पंचकूला सहित प्रदेशभर में हिंसा भड़क गई थी. 40 लोग मारे गए थे. 28 जुलाई को सजा सुनाने के लिए सुनारिया जेल में ही स्पेशल कोर्ट लगानी पड़ी थी. अब फिर गुरमीत को पंचकूला लाया जाएगा, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की तैयारी शुरू कर दी गई है.