आज हम बैंक ना खोलेंगे, बैंक में उल्लू बोलेंगे

ख़बरें अभी तक। आज हम बैंक ना खोलेंगे, बैंक में उल्लू बोलेंगे। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि यह नारा बैंकों के वो अधिकारी लगा रहे हैं, जो अपनी मांगों को लेकर आज हड़ताल पर है। जी हां, वेज रिवीजन न होने से गुस्साए बैंक अधिकारियों ने आज ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स को- फेडरेशन के बैनर तले सांकेतिक हड़ताल कर बैंक के सामने धरना प्रदर्शन किया तथा बैंक प्रशासन व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारी बैंक अधिकारियों का कहना है कि उनकी वेज रिवीजन नवंबर 2017 से बाकी चली आ रही है। हालांकि सरकार ने वेज रिवीजन दो प्रतिशत से लेकर करने का न्योता भी दिया, जिसे बैंक अधिकारियों ने सिरे से खारिज कर दिया। पिछले माह आईबीए के साथ हुई बैठक में भी वेज रिवीजन पर कोई चर्चा नहीं की गई, जिसे लेकर उनमें सरकार के प्रति भारी रोष है।

वहीं बैंक अधिकारियों की मांग है कि नई पेंशन नीति को स्क्रैप कर पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाए। उनका यह भी कहना है कि एनपीए की रिकवरी पर फोकस ना करके सरकार उद्योगपतियों की ऋण माफ करने पर ध्यान दे रही है। उनका कहना है कि हम नहीं चाहते, हमारे कारण ग्राहकों को किसी तरह की परेशानी हो, लेकिन सरकार हमें हड़ताल करने के लिए मजबूर कर रही है।

बैंक अधिकारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अभी सांकेतिक हड़ताल करके अधिकारी अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं। अगर सरकार ने समय रहते उनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो आने वाले दिनों में यह सांकेतिक हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल में भी बदल सकती है, जिसके लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार होगी।

आपको बता दें कि सांकेतिक हड़ताल के चलते बैंक में आने वाले ग्राहकों को खासी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। बैंक के बाहर लगे हड़ताल के नोटिस को देखकर ग्राहक मायूस कदमों से ही वापस लौट रहे हैं।