ख़बरें अभी तक। महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में ‘मोस्ट वान्टेड’ बाघिन मारी जा चुकी हैं। इस बाघिन ने अब तक 14 लोगों को अपना शिकार बना लिया था। बताया जा रहा हैं कि 5 वर्षीय इस बाघिन को टी-1 के नाम से भी जाना जाता था। यह बाघिन पहली बार साल 2015 में पंधरवडा में देखी गई थी। 1 जून 2016 से इस साल के अगस्त महीने तक बाघिन ने 14 लोगों को अपना शिकार बना दिया था। पिछले महीने ही सुप्रीम कोर्ट ने इसे मारने का आदेश दे दिया था। सामाजिक और वन कार्यकर्ताओं ने इसको नहीं मारने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी।पर कोर्ट ने नागपुर और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए बाघिन को मारने का आदेश दिया था। बाघिन को पकड़ने की कई बार कोशिश की गई लेकिन हर बार असफलता ही हाथ लगी। उसे पकड़ने के लिए मध्यप्रदेश से चार हाथी भी लाए गए थे। यही नहीं उसे पकड़ने के लिए 5 शार्पशुटर, 3 बड़े पिंजरे और 500 वन कर्मचारियों की फौज लगी हुई थी। बाघिन की खोज में पूरे इलाके में सेकड़ों कैमरे भी लगाए गए थे। शुक्रवार रात वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत के बाद यवतमाल में इस बाघिन को मार गिराया। इस आदमखोर बाघिन के मारे जाने की सूचना मिलते ही यवतमाल के स्थानीय लोगों में जश्न का माहौल बन गया है।