अयोध्या में शहीद हुए कारसेवकों की याद में हुतात्मा दिवस पर किया रक्तदान

खबरें अभी तक। शाहजहांपुर अयोध्या में प्रभु श्री राम की जन्मस्थली को मुक्त कराने के लिए प्रथम कारसेवा 30 अक्टूबर से 2 नवंबर 1990 के बीच की गई थी, जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के आदेश पर निहत्थे कारसेवकों राम भक्तों पर गोलियां चलाई गई। यह दिन आज हुतात्मा दिवस के रुप में मनाया जा रहा है। बजरंग दल के जिला संयोजक रघुवंश मणि त्रिवेदी ने बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ रक्त दान शिविर को सम्बोधित करते हुये उक्त विचार व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि निहत्थे कारसेवक राम भक्तों पर गोलियां से हजारों राम भक्तों की जान गई थी। उन्हीं कार सेवको की हुतात्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 नवंबर को हुतात्मा दिवस मनाया जाता है।

आज देशभर में एक लाख से अधिक युवाओं ने रक्तदान कर बलिदानी कारसेवकों को श्रद्धांजलि देने के लिये प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल व परशुराम पूरी के कार्यकर्ताओं ने रक्त दान किया। यह रक्तदान शिविर बलिदान दिवस 2 नवंबर को आयोजित किया जाता है। जिला अस्पताल में बड़ी संख्या में संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने शहीद कारसेवकों की याद में रक्तदान किया।इस मौके पर विपिन शुक्ला, रिषि अवस्थी, राजेश अवस्थी एड, राजेश गुप्ता, के के शुक्ला, अभिनब ओमर ,आलोक शर्मा, राहुल सिंह हरीश प्रजापति, गोविंद मिश्रा, अनुराग अग्निहोत्री, पंकज गुप्ता,छत्रपाल शर्मा, शिवहरि, राकेश शुक्ला, सहित विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल और परसुरामपुरी के सभी पदाधिकारियों के साथ ही राजेंद्र कनौजिया और सौरभ सोमवंशी ने भी रक्तदान किया और सभी इस मौके पर मौजूद रहे।