बड़ा भंगाल में फंसा मंडी जिला का एक और भेड़ पालक

ख़बरें अभी तक। भेड़-बकरियां पालकर अपने परिवार का पोषण करने वाला 66 वर्षीय कृष्ण चंद जिला कांगड़ा के बड़ा भंगाल क्षेत्र के दूरदराज जंगल में अपनी भेड़-बकरियों के साथ जिंदगी की जंग लड़ रहा है। सितम्बर महीने में हुई बर्फबारी के बीच कृष्ण चंद पुत्र जयराम निवासी माहन ग्राम पंचायत खलाणु, तहसील कोटली बर्फबारी के बीच बड़ा भंगाल क्षेत्र के जंगलों में फंस चुका है। पिछले डेढ़ माह से परिजन कृष्ण चंद की सकुशलता को जानने और उन्हें बर्फबारी से बाहर निकालने के लिए कांगड़ा प्रशासन व सरकार से गुहार लगाते रहे मगर सरकार व प्रशासन की ओर से कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिला।

बड़ा भंगाल के दूरदराज क्षेत्र में फंस चुका है तुंगलघाटी का कृष्ण

सरकार ने बर्फबारी के बीच फंसे लोगों को सकुशल निकालने के जो दावे किए थे वह कृष्ण चंद के सामने बौने साबित हो रहे है। डेढ़ माह के बाद कृष्ण चंद का अपने भतीजे सोहन लाल के साथ अचानक मोबाईल फोन पर संपर्क हुआ तो पता चला कि उसके तीन घोड़े व करीब 70-80 बकरियां बर्फ में दबकर मर चुकी हैं। बड़ा भंगाल के दूरदराज के क्षेत्र से निकलने के लिए उन्हें अभी 15-20 दिन और लग सकते हैं जबकि बकरियां इतनी कमजोर हो चुकी है कि वह ठीक ढंग से चलने के काबिल नहीं है।

सैंकड़ों भेड़-बकरियों की जिंदगी भी लटकी बर्फ के बीच

उन्होंने बताया कि सरकार व प्रशासन की ओर से उनके पास कोई भी नुमाइंदा नहीं आया और न ही उनकी कोई मदद की गई। अपनी सहमी हुई आवाज में कृष्ण ने बताया कि यदि अचानक फिर बर्फबारी हो जाती है तो अपनी बकरियों के साथ वह भी अपनी जिंदगी खो देगा। कृष्ण चंद के भतीजे सोहन लाल ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा, सांसद रामस्वरूप शर्मा, उपायुक्त ऋगवेद ठाकुर से गुहार लगाई है कि वह सरकार की ओर से उन्हें बर्फबारी से बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम का इंतजाम करे और उन्हें सकुशल घर पहुंचाया जाए।

बर्फ के बीच जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है कृष्ण चंद

उधर, मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार के समक्ष उठाया जाएगा तथा कृष्ण चंद को सकुशल बर्फबारी से बाहर निकालने के लिए प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कृष्ण चंद की हर प्रकार की सहायता की जाएगी। बता दें कि इससे पहले भी मंडी जिला के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के गरगोल गांव का राकेश कुमार अभी तक बड़ा भंगाल में बर्फ के नीचे दबा हुआ है। उसके शव को अभी तक नहीं लाया जा सका है। वहीं अब मंडी जिला का एक और व्यक्ति वहां जिंदगी की जंग लड़ रहा है। ऐसे में अब सरकार से इसके रेस्क्यू की मांग उठने लगी है।