जानिए #MeToo की शुरुआत किस महिला ने सबसे पहले की

ख़बरें अभी तक। भारत में आजकल #MeToo इन दिनों सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है, जिसमें अधिकतर मामले बॉलीवुड की अभिनेत्रियों द्वारा #MeToo में बताए गए है, इस शब्द के जरिए महिलाएं सोशल मीडिया पर अपने साथ हुए यौन-शोषण, बदतमीजी और छेड़छाड़ के बारे में बिना किसी से डरे खुलकर बोल रही हैं, बॉलीवुड में सबसे पहले तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर, कोरियोग्राफर गणेश आचार्य, निर्देशक राकेश सारंग और निर्माता समी सिद्दीकी के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया, फिर एक के बाद एक एक्ट्रेस ने यौन शोषण के आरोप लगाए, एक्ट्रेस पुनम पांडे ने शक्ति कपूर के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगाया है, वहीं हिंदी फिल्मों में संस्कारी बापू जी के नाम से प्रसिद्ध अलोक नाथ के ऊपर भी महिला द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाए गए. वहीं सिंगर कैलाश खैर पर भी महिला ने यौन शोषण के आरोप लगाए है और इस मामले में एमजे अकबर जैसे राजनेता और नौकरशाह, अर्जुन रणतुंगा जैसे क्रिकेटर के नाम सामने आ चुके हैं. वहीं अब इस मूवमेंट में शामिल होने वाले ताजा सेलिब्रिटी श्रीलंका के तेज गेंदबाज और 2014 का टी-20 वर्ल्ड कप जीतने वाले कप्तान लसिथ मलिंगा हैं.

वहीं आज हम आपको बताएंगे कि इस हैशटैग MeToo की शुरुआत करने वाली पहली महिला कौन थी और आखिर ये शब्द कहां से आया और इसके पिछे पुरी कहानी क्या है? साल 2006 में सबसे पहले #MeToo का जिक्र सामने आया था. इस अभियान की शुरुआत अमेरिका की मशहूर सोशल एक्टिविस्ट तराना बुर्के ने की थी. तराना ने इस अभियान की शुरुआत यौन हिंसा और महिलाओं के साथ हो रहे शोषण के खिलाफ की थी. उन्होंने उन महिलाओं के आवाज उठाई थी जो वंचित समुदाय से हैं. ये अभियान तराना ने उन महिलाओं के लिए ‘सहानुभूति के माध्यम से सशक्तिकरण’  नाम से एक अभियान की शुरुआत की थी. ये अभियान उन सभी महिलाओं के लिए चलाया गया था जो कभी न कभी यौन उत्पीड़न की शिकार हुई थी.

बता दें कि Me Too नाम से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई जा चुकी हैं. जिसमें एक 13 साल की बच्ची ने बताया कि कैसे वह यौन हिंसा की शिकार हुई थी. ये सच है ज्यादा महिलाएं यौन हिंसा की शिकार हुई हैं. तराना बुर्के भी यौन उत्पीड़न की शिकार हो चुकी हैं. उन्होंने बताया- जब वह 6 साल की थी तो वह यौन शोषण की शिकार हुई थीं. उनके साथ पड़ोस के किसी एक लड़के ने बलात्कार किया था. उस लड़के ने काफी सालों तक यौन शोषण किया. जिसके बाद उन्होंने सोच लिया था कि वह यौन हिंसा के खिलाफ आवाज उठाएंगी और जैसा उनके साथ हुआ है वैसा किसी के साथ नहीं होने देंगी.

वहीं पिछले साल यानि 2017 में Me Too चर्चा में आया था जब हॉलीवुड एलिसा मिलानो ने हैशटैग MeToo के साथ महिलाओं को यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाई थी. उन्होंने 15 अक्टूबर 2017 में ट्वीट कर लिखा था- ”अगर आप भी यौन उत्पीड़न का शिकार हुई हैं तो बोलें और साथ लिखें #MeToo यानी मैं भी. वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री तनुश्री दत्ता के बाद यह मामला एक बार फिर ताज़ा हो गया है और कई महिलाओं ने हैशटैग MeToo के जरिए अपनी कहानी सामने रखी.