योगी सरकार के मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिया शर्मनाक बयान

खबरें अभी तक। बरेली पहुंचे प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यूपी में 40 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। जिनमें से 26 जिले अति संवेदनशील हैं और 14 जिले संवेदनशील हैं। बरेली जिला बढ़ कि दृष्टी से संवेदनशील जिले में आता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाढ़ से ज्यादा मौते नहीं हुई है। वहीं बरेली में फैले बुखार पर उन्होंने चिंता जताई है।

सर्किट हाउस में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 मई को बैठक बुलाई थी। जिसमें 40 जिलों के डीएम एसएसपी मौजूद रहे थे। मैंने और मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित इलाको का दौरा किया है। बाढ़ प्रभावित इलाको में राहत सामग्री बाटने का काम किया गया है। बढ़ से किसी तरह कि जनहानि और धनहानि न हो, इसके प्रबंध पहले ही कर दिए गए थे। इसके साथ ही हमने गत वर्ष से इस वर्ष चौगुना धन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को ठीक करने के लिए दिया है। पिछली बार 80 करोड़ रुपया दिया था। इस बार 384 करोड़ रुपया आवंटित किया है। इसलिए इस बार बाढ़ कि विभीषिका से पूरी बचत हुई है। इस बार जनहानि धनहानि मामूली हुई है और कोई तटबंध कटा नहीं है। इसके आलावा बाढ़ से किसानों की खेती का जो नुकसान हुआ है उसका डीएम मुआयना करेंगे। जिसके बाद किसानों को उसका मुआवजा मिल जायेगा।

वहीं सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शर्मनाक बयान भी दिया है। जब उनसे पत्रकारों ने पुछा कि बाढ़ से इस साल प्रदेश में कितने लोगो कि मौत हुई है तो उन्होंने कहा कि बाढ़ से ज्यादा मौते नहीं हुई है। केवल 10 मौते हुई हैं। वो भी बाढ़ से नहीं बल्कि बाढ़ के दौरान घर गिरने से हुई है। बड़ा सवाल योगी कि मंत्री जी को 10 लोगो कि मौत कम नजर आ रही है। जरा उनसे पूछिए जाकर मंत्री जी जिसके सर से उसके पिता का साया उठ गया होगा।

सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने माना है कि बरेली जिले में डॉक्टरों की कमी है। इससे निपटने के लिए निजी डॉक्टरों से बात करके कैम्प लगाये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आंवला के गांव बेहटा बुज़ुर्ग में सर्वाधिक मौते हुई हैं। वहां निजी डाक्टरों के साथ मिलकर कैम्प लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संक्रामक रोगों कि वजह से मौते हुई हैं। उन्होंने डीएम और सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि मरीजों का सही इलाज करवाया जाये। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे पास डाक्टरों कि कोई कमी नहीं है।

वहीं एससीएसटी कानून पर धर्मपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि एससीएसटी का दुरुप्रयोग प्रदेश में नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि एक एडीएम ने एससीएसटी का दुरुप्रयोग किया था। तत्काल उसे निलंबित कर दिया गया है।