2 लावारिस बच्चियों को मिला परिवार

खबरें अभी तक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “बेटी बचाओ – बेटी पढाओ” की बात करते है ,वही अभी भी कुछ लोग ऐसे है जो बेटियों को अभिशाप मानते हुए उन्हें पैदा होते ही मरने के लिए फेक देते है | ताज़ा मामला यूपी के जौनपुर का है जहा दो अलग – अलग थाना इलाको में बेटी पैदा होते ही उसके अपनों ने उसे मरने के लिए फेक दिया लेकिन  “जाको राखे साईयाँ मार सके ना कोय ” जी हा जिन बच्चियों को उनके अपनों ने मरने के लिए फेक दिया था उन्हें समाज के कुछ अच्छे लोगो ने न सिर्फ गोद ले लिया है बल्कि बच्ची के घर में आने की ख़ुशी में उनके घर से लेकर गाँव तक में खुशियाँ छा गई है |

ये पहली तस्वीर खुटहन थाना इलाके के तिलवारी गाँव की है | गोंद में बच्ची लिए खडी इस महिला और उसके आस -पास खड़े लोगों के चेहरे पर छाई खुशियाँ बता रही है की इनके घर में नये मेहमान के आने से सब खुश है | लोग बच्ची की एक मुस्कान को अपने मोबाईल के कैमरे में कैद कर लेना चाहती है | लोग ऐसे खुश है जैसे इस बच्ची ने इसी घर में जन्म लिया हो | लेकिन सच्चाई कुछ और है | इस बच्ची के अपनों ने इसे जन्म लेते ही झाड़ियो में मरने के लिए फेंक दिया था |

गाँव के लोगो ने सुबह झाड़ी से बच्ची के रोने की आवाज सुनी तो वहा पहुंचे और बच्ची को बाहर निकाला | बच्ची को रोता देख गाँव के संजय प्रजापति  बच्ची को लेकर खुटहन स्वास्थ्य केंद्र पर गए और डाक्टरों से बच्ची का इलाज कराया | डाक्टरों द्वारा बच्ची के स्वस्थ्य होने की जानकारी मिलते ही संजय खुटहन थाने पर गये और पुलिस को सारी स्थिती से अवगत कराया | पुलिस के सामने क़ानूनी प्रक्रिया पूरी करके संजय ने बच्ची को गोद ले लिया |

ऐसा नही है की संजय के पास कोई औलाद नही है | संजय को दो बेटे है | संजय का कहना है की बेटी नही थी और आज इस बेटी के मिल जाने से उनकी ये कमी भी पूरी हो गई है | संजय ने बेटी का नाम मोहनी रखा है और बेटी के पैदा होते ही उसे छोड़ने वाले माँ बाप को दुर्भाग्यशाली बताते हुए संजय कहते है मोदी सरकार अच्छी बात कहती है  बेटी बचाओ-बेटी पढाओ और हम अब इस बेटी को बचायेगे और  पढ़ाएंगे | सिर्फ संजय ही नही बल्कि संजय की पत्नी भी इस बेटी ऐसे खुश है जैसे इस बच्ची को इन्होने ही जन्म दिया है | पूरे गाँव के लोग भी इस बेटी के आने से खुश है उर बेटी को देखने संजय के घर पहुच रहे है |