पीएम मोदी के गंगा की सफाई को लेकर किए वादे धरातल पर फेल, वर्ल्ड वाइड फंड ने जारी की चौंकाने वाली रिपोर्ट

खबरें अभी तक। गंगा नदी जिसे लेकर पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री बनते ही बड़े बड़े दावे किये थे। वर्ल्ड वाइड फंड यानी डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने गंगा नदी पर रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में गंगा को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के मुताबिक गंगा विश्व की सबसे अधिक संकटग्रस्त नदियों में से एक है। क्योंकि लगभग सभी दूसरी भारतीय नदियों की तरह गंगा में भी बाढ़ और फिर सूखे की स्थिति पैदा हो रही है। देश में 2,071 किलोमीटर क्षेत्र में बहने वाली गंगा भारत में उत्तराखंड में हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी के सुंदरवन तक और बांग्लादेश में अपनी सहायक नदियों के साथ 10 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल के अति विशाल उपजाऊ मैदान में बहती है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही गंगा सफाई का मामला काफी बार उठा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने चुनावी वादे में गंगा की सफाई की बात कही थी। लेकिन इस पर आभी तक जमीनी स्तर पर कोई सुधार नहीं हुआ है। वहीं IANS द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक गंगा ऋषिकेश से ही प्रदूषित हो रही है इसका कारण है कि गंगा किनारे बसी बस्तियों में शौचालय नहीं है।

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दूसरी तरफ कानपुर में गंगा की दशा काफी दयनीय है। गंगा किनारे परमाणु बिजलीघर से लेकर रासायनिक खाद तक के कारखाने लगे हुए हैं। जिसके चलते जहां गंगा की गति में कमी आई है वहीं इसका जलस्तर भी पहले से काफी घट गया है। अगर गंगा का जलस्तर इसी गति से घटता रहा तो यह चिंता का एक बड़ा कारण है।