बस चालक ने HRTC प्रबंधन पर शोषण के लगाए आरोप

खबरें अभी तक। हमीरपुर से जालंधर जा रही एचआरटीसी बस स्टेरिंग फ्री होने से लठियानी के पास हुए हादसे के बाद एचआरटीसी प्रबंधन अपनी खाल बचाने में लगी है। हालांकि यह हादसा स्टेरिंग खुलने के साथ ब्रेक फेल होने पर हुआ है लेकिन एचआरटीसी अधिकारी उल्टा चालक को ही इस हादसे केलिए दोषी मान रहे हैऔर गाडी कोपूरी तरह से फिट बताया जा रहा है। एचआरटीसी प्रबंधन के इस रवैया के चलते एचआरटीसी चालक संघ ने मोर्चा खोलते हुए रोष जताया है.

एचआरटीसी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए चालको का कहना है कि कई  सालों से प्रबंधन शोषण कर रहा है। इस  हादसे पर जहां पुलिस की रिपोर्ट भी चालक के पक्ष में है और मौके पर लिए गए फोटों से भी साबित हो रहा है कि हादसे की वजह स्टेरिंग टूटना है। जिस कारण चालक नियंत्रण खो बैठा और कोने में खडे बाइक सवार पर चढ गया। जबकि चालक की सूझबूझ से बस में सवार चालीस यात्रियों की जान भी बची है.

एचआरटीसी चालक संघ अध्यक्ष ठाकुर मान सिंह ने आरोप लगाया कि एचआरटीसी निगम प्रबंधन के जांच कमेटी के अधिकारी सारे सबूतो को अनदेखा कर रहे हैऔर चालक पर ही सारा दोष दे रहे है। उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि प्रबंधन हमेशा चालकों और मैकेनिकों का शोषण करता आ रहा है और इनके गलत रवैया के चलते ऐसे हादसे हो रहे है.

बस चालक महेश कुमार ने बताया कि लठियानी के पास बस की स्टेरिंग टूटने पर हादसा हुआ है लेकिन इस हादसे में स्टेरिंग टूटनेगाडी को बडी मुश्किल से बस में बैठी सवारियों की जान बचाने के लिए गाडी को दूसरे कोने में ले गया जहां पर एक बाइक पर गाडी चढ गई। जिसमें एक युवक की मौत हो गई। उन्होने बताया कि डीएम के द्वारा मुझेहासदे के लिए दोषी ठहराया जा रहा है और साारे सबूतों को अनदेखा किया जा रहा है.

एचआरटीसी मैकेनिक महेन्द्र सिंह का कहना है कि मौके पर जाने पर पाया था कि बस का स्टेरिंग निकला हुआ था और गाडी सडक से छह फीट बाहर थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भी मौके पर आकर रिपोर्ट बनाई है लेकिन अब विभाग इस रिपोर्ट को मानने के लि ए आनाकानी कर रहा हैं.