‘देश देख रहा है, एक अकेला कितनों पर भारी पड़ रहा है’ राज्यसभा में PM मोदी का विपक्ष पर वार

ख़बरें अभी तक: संसद में इन दिनो सियासी माहौल गर्म है. कांगेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अडानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा इसके बाद बुधवार को PM मोदी ने लोकसभा में संबोधन दिया और कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया. पीएम मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया और इंदिरा गांधी से लेकर नेहरू परिवार तक का जिक्र. मोदी ने कहा कि देश की आर्थिक सेहत से खिलवाड़ ना किया जाए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने विपक्ष की नारेबाजी और शोर-शराबा पर कहा कि ये देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों पर भारी है. ये राजनीति खेल खेलने वाले लोग बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं. मोदी ने कहा कि ये देश किसी परिवार की जागीर नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि नेहरू परिवार की पीढ़ी को नेहरू नाम रखने पर आपत्ति क्यों है पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने एनटीआर की सरकार को गिरा दिया था. हर क्षेत्रीय नेता को उन्होंने परेशान किया.  90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. कांग्रेस ने अनुच्छेद 356 का उपयोग किया. कांग्रेस सवालों ने डीएमके और वामपंथी सरकारों को गिराया. आज वामपंथी और डीएमके वहां खड़े हैं. मोदी ने कहा कि राजभवनों को कांग्रेस का दफ्तर बना दिया गया था. बच्चों के नसीब में बर्बादी छोड़कर ना जाएं. देश की आर्थिक सेहत से खिलवाड़ मत कीजिए. ऐसा कोई पाप मत कीजिए.  

PM मोदी ने कहा…

– हम मक्खन पर लकीर खींचने वाले लोग नहीं है.हम पत्थर पर लकीर खींचते हैं. हमने राजनीतिक घाटा फायदा नहीं देखा है. मोदी ने कहा कि नेहरू अगर महान हैं तो उनके परिवार को सरनेम लगाने में क्या परहेज है. मैं देश के लिए जीता हूं. देश के लिए कुछ करने के लिए निकला हूं. काग्रेस के 60 सालों में गड्ढे ही गड्ढे हैं.

— आदिवासियों के लिए 50 नए मॉडल स्कूल खोले गए. किसानों के नाम पर राजनीति की गई. छोटे किसानों की आवाज किसी ने नहीं सुनी. असली ताकत छोटे किसानों के पास है. किसानों को बैंकिग व्यवस्था से जोड़ा गया है. पीएम किसान निधि सीधे बैंक खाते में जाती है. मोदी ने कहा कि देश पीछे मुड़कर देखने को तैयार नहीं है. जो भी जिसके पास था, उसने वही उछाला. नेहरू सरनेम लिखने में क्या शरर्मिंदी है. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य में बर्बादी छोड़कर ना जाएं.

-पीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया नई बुलंदी पर है. 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर है. एक सेंटर पर 2 से 5 लोग रोजगार कमाते हैं. गांव के लोगों को एक बटन पर सुविधा मिल रही है. 90 हजार रजिस्टर्ड स्टार्टअप खोले गए हैं. EPFO में 1 करोड़ से ज्यादा लोग जोड़े गए हैं. आत्मनिर्भर रोजगार भारत योजना में हमने अपने उद्यमियों के लिए डिफ्रेंस, ड्रोन को खोला है, जिसके कारण रोजगार की संभावना में नई गति आई है. रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर की दिशा में काम आगे बढ़ाया है. 350 से ज्यादा नई कंपनियां डिफेंस के क्षेत्र में आई हैं. इसमें करीब 1 लाख करोड़ रुपए निवेश किया जा रहा है. हमारी सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग में रिकॉर्डतोड़ काम हुआ है.

– यूथ विरोधी नीति लेकर चलने वालों को आज युवा नकार रहा है. सरकार की योजनाओं में नामों को लेकर आपत्ति पर मोदी ने कहा कि मैंने किसी अखबार में पढ़ा है कि 600 सरकारी योजनाएं गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर हैं. अगर नेहरू के नाम का उल्लेख नहीं हुआ तो उनके बाल खड़े हो जाते हैं. उनका नाम क्यों नहीं दिया. मुझे ये समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने में क्या शर्मिंदगी है.

संसद में इन दिनो सियासी माहौल गर्म है. कांगेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को अडानी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा  इसके बाद बुधवार को पीएम मोदी ने लोकसभा में संबोधन दिया और कांग्रेस पर जमकर पलटवार किया. पीएम मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया और इंदिरा गांधी से लेकर नेहरू परिवार तक का जिक्र. मोदी ने कहा कि देश की आर्थिक सेहत से खिलवाड़ ना किया जाए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला. पीएम मोदी ने विपक्ष की नारेबाजी और शोर-शराबा पर कहा कि ये देश देख रहा है कि एक अकेला कितनों पर भारी है. ये राजनीति खेल खेलने वाले लोग बचने का रास्ता ढूंढ रहे हैं. मोदी ने कहा कि ये देश किसी परिवार की जागीर नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि नेहरू परिवार की पीढ़ी को नेहरू नाम रखने पर आपत्ति क्यों है पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने एनटीआर की सरकार को गिरा दिया था. हर क्षेत्रीय नेता को उन्होंने परेशान किया.  90 बार चुनी हुई सरकारों को गिरा दिया. कांग्रेस ने अनुच्छेद 356 का उपयोग किया. कांग्रेस सवालों ने डीएमके और वामपंथी सरकारों को गिराया. आज वामपंथी और डीएमके वहां खड़े हैं. मोदी ने कहा कि राजभवनों को कांग्रेस का दफ्तर बना दिया गया था. बच्चों के नसीब में बर्बादी छोड़कर ना जाएं. देश की आर्थिक सेहत से खिलवाड़ मत कीजिए. ऐसा कोई पाप मत कीजिए.  

– हम मक्खन पर लकीर खींचने वाले लोग नहीं है.हम पत्थर पर लकीर खींचते हैं. हमने राजनीतिक घाटा फायदा नहीं देखा है. मोदी ने कहा कि नेहरू अगर महान हैं तो उनके परिवार को सरनेम लगाने में क्या परहेज है. मैं देश के लिए जीता हूं. देश के लिए कुछ करने के लिए निकला हूं. काग्रेस के 60 सालों में गड्ढे ही गड्ढे हैं.

– मोदी ने कहा- आदिवासियों के लिए 50 नए मॉडल स्कूल खोले गए. किसानों के नाम पर राजनीति की गई. छोटे किसानों की आवाज किसी ने नहीं सुनी. असली ताकत छोटे किसानों के पास है. किसानों को बैंकिग व्यवस्था से जोड़ा गया है. पीएम किसान निधि सीधे बैंक खाते में जाती है. मोदी ने कहा कि देश पीछे मुड़कर देखने को तैयार नहीं है. जो भी जिसके पास था, उसने वही उछाला. नेहरू सरनेम लिखने में क्या शरर्मिंदी है. उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य में बर्बादी छोड़कर ना जाएं.

-पीएम ने कहा कि डिजिटल इंडिया नई बुलंदी पर है. 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर है. एक सेंटर पर 2 से 5 लोग रोजगार कमाते हैं. गांव के लोगों को एक बटन पर सुविधा मिल रही है. 90 हजार रजिस्टर्ड स्टार्टअप खोले गए हैं. EPFO में 1 करोड़ से ज्यादा लोग जोड़े गए हैं. आत्मनिर्भर रोजगार भारत योजना में हमने अपने उद्यमियों के लिए डिफ्रेंस, ड्रोन को खोला है, जिसके कारण रोजगार की संभावना में नई गति आई है. रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर की दिशा में काम आगे बढ़ाया है. 350 से ज्यादा नई कंपनियां डिफेंस के क्षेत्र में आई हैं. इसमें करीब 1 लाख करोड़ रुपए निवेश किया जा रहा है. हमारी सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग में रिकॉर्डतोड़ काम हुआ है.

– पीएम ने कहा कि यूथ विरोधी नीति लेकर चलने वालों को आज युवा नकार रहा है. सरकार की योजनाओं में नामों को लेकर आपत्ति पर मोदी ने कहा कि मैंने किसी अखबार में पढ़ा है कि 600 सरकारी योजनाएं गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर हैं. अगर नेहरू के नाम का उल्लेख नहीं हुआ तो पीएम ने कहा, कांग्रेस को देश बार बार नकार रहा, लेकिन कांग्रेस के साथी अपनी साजिशों से बाज नहीं आते हैं. जनता उन्हें देख भी रही है और हर मौके पर सजा भी दे रही है. 

उन्होंने कहा, हमारी देश की आजादी में कोई भी दशक उठा लीजिए, कोई भी भूभाग उठा लीजिए, इस आजादी की लड़ाई में आदिवासियों का योगदान स्वर्णिम अक्षरों से भरा पड़ा है. लेकिन दशकों तक मेरे आदिवासी भाई विकास से वंचित रहे. उन नौजवानों के मन में सरकारों के मन में सवाल उठते चले गए. सरकारों ने अगर नेक इरादों से काम किया होता, तो 21वीं सदी के तीसरे दशक में मुझे इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती. 

मोदी ने कहा, अटल सरकार में पहली बार आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बना. उनके लिए अलग बजट का प्रावधान हुआ. हमने 110 जिलों की पहचान की, जो पिछड़े हैं. इन जिलों मे आधे से अधिक वो इलाके हैं, जहां बहुजनसंख्या आदिवासियों की है. 3 करोड़ आदिवासियों को इसका सीधा लाभ मिला है. इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य अभूतपूर्व सुधार हुआ है. 

पीएम ने कहा, हमारे आने से पहले 14 लाख जमीन के पट्टे दिए गए थे, पिछले 7-8 सालों में हमने 7 लाख नए पट्टे दिए हैं, ये अभूतपूर्व काम हुआ है. अगर उस समय किया गया होता, तो आज मुझे इतनी मेहनत न करनी पड़ती.

उनके बाल खड़े हो जाते हैं. उनका नाम क्यों नहीं दिया. मुझे ये समझ नहीं आता है कि उनकी पीढ़ी का कोई भी व्यक्ति नेहरू सरनेम रखने में क्या शर्मिंदगी है.