तुर्की-सीरिया में कुदरत ने ढहाया कहर, भावुक हुए पीएम नरेंद्र मोदी, देखिए…

ख़बरें अभी तक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तुर्किये के हालात पर चिंता जाहिर की। पीएम मोदी ने को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पहुंचे थे। जहां उन्होंने कहा ‘आज तुर्किये जिस हालात से गुजर रहा है, उसे मैं समझ सकता हूं। 2001 में भुज में जब भूकंप आया था, तब मैं मुख्यमंत्री था। मुझे पता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या दिक्कतें आती हैं।’ भुज में आए भूकंप में 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

घायलों का आंकड़ा 68 हजार से ज्यादा था। बता दें तुर्की और सीरिया में सोमवार सुबह 3 बड़े भूकंप आए थे… तुर्की के वक्त के मुताबिक, पहला भूकंप सोमवार सुबह करीब चार बजे, दूसरा करीब 10 बजे  और तीसरा दोपहर 3 बजे आया। इसके अलावा 243 आफ्टर शॉक्स दर्ज किए गए। इनकी तीव्रता 4 से 5 रही। तुर्की में मंगलवार सुबह 8.53 पर फिर भूकंप आया।

तुर्की में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक है। तुर्किये में 10 शहरों में इमरजेंसी और रेड अलर्ट जारी किया गया है। सभी स्कूल-कॉलेज एक हफ्ते बंद रहेंगे। 200 फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं। 16 हजार लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं। वहीं UN ने कहा है कि बर्फबारी और बारिश के कारण भूकंप से प्रभावित दोनों ही देशों में बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है। इमरजेंसी सर्विसेज की टीमों को रेस्क्यू में काफी दिक्कत हो रही है।

तुर्की के हताय प्रांत में एक आदमी ने रोते हुए रॉयटर्स को बताया कि इमारतों के ढेर में दबे लोग जान बचाने के लिए चीख रहे हैं। भूख, चोट और कड़ाके की ठंड से परेशान हैं। वहीं, सीरिया में बचाव कार्यों में लगी व्हाइट हेलमेट्स की टीम के सदस्य रायद अल सालेह ने बताया कि जगह-जगह दबे लोगों को बचाने का काम वक्त के खिलाफ रेस की तरह लग रहा है।