ख़बरें अभी तक: अमेरिका ने शनिवार को हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने वाले चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है। बता दें कि चीनी जासूसी गुब्बारे की वजह से अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। ऐसे में अमेरिकी विदेश मंत्री एटंनी ब्लिंकन ने प्रस्तावित दो दिवसीय बीजिंग यात्रा को भी स्थगित कर दिया।
चीनी जासूसी गुब्बारे ढेर
अमेरिका ने चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने का दावा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी अमेरिका में स्थित संवेदनशील सैन्य स्थलों को पार करने के बाद चीनी जासूसी गुब्बारा जब कैरोलिना तट पर पहुंचा तो उसे मार गिराया। फिलहाल मलबे को निकालने का काम जारी है।
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने वाले फाइटर पायलटों को बधाई देते हुए बताया कि हमने सफलतापूर्वक चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया है और मैं इसके लिए अपने पायलटों को बधाई देता हूं।
बाइडन के इशारे पर हुई कार्रवाई
राष्ट्रपति जो बाइडन ने चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के मिशन को हरी झंडी दिखाई। जिसके बाद F-22 लड़ाकू विमान ने कैरोलिना के तट पर चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया, जो पानी में जा गिरा। इसके तत्काल बाद मलबे को निकालने का काम शुरू हुआ।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि F-22 लड़ाकू विमान ने 9X सुपरसोनिक मिसाइल दागकर एक बार में ही चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
फाइटर प्लेन द्वारा चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने लगा। दरअसल, अमेरिका द्वारा चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
एक यूजर ने वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि उसने धमाके की आवाज सुनी और उसे महसूस भी किया।
वहीं पूरे मामले पर रक्षा अधिकारी ने बताया कि चीनी जासूसी गुब्बारे ने पहली बार अलास्का में 28 जनवरी को अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था। इसके बाद 30 जनवरी को कनाडाई हवाई क्षेत्र में चला गया और फिर 31 जनवरी को उत्तरी इडाहो में अमेरिकी हवाई क्षेत्र में दोबारा प्रवेश किया। जिसके बाद इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया।