तंत्र-मंत्र के नाम पर बाबा बागेश्वर फैला रहे अंधविश्वास! क्या है बाबा की पूरी सच्चाई…

ख़बरें अभी तक: मध्यप्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर महाराज इन दिनों इतनी चर्चा में है कि पूरे देश में उनकी ही बातें हो रही है। अपने दादा की तरह वो भी दिव्य दरबार लगाते है और विवादों का नाता जुड़ा है इसी दिव्य दरबार से महाराष्ट्र के अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने ये आरोप लगाया है कि दरबार के जरिए बागेश्वर धाम के बाबा अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहे है, बात इस हद तक बढ़ गई की मामला पुलिस तक पहुंच गया। बाबा को लेकर क्यों मचा है बवाल? क्या है चैलेंज? आइए जानते है…

एक बाबा जो अपने अनुयायी के बीच कई रूपों में नजर आते है। धर्म- कर्म और अध्यात्म का दरबार लगाते है। सोशल मीडिया पर आपको इनकी काफी सारी वीडियों भी मिल जाएंगी धर्म- कर्म से लेकर सियासत तक के मुद्दे पर बाबा बेबाकी से अपनी राय रखते है और अपने बयानों से चारों ओर हलचल मचा देते है। बागेश्वर धाम के बाबा का हर बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो जाता है। जैसे- जैसे ये फेम्स हुए उतना ही विवादों में फंसते चले गए…

बागेश्वर धाम के बाबा लगाते है दिव्य दरबार?

क्या भक्तों का चमत्कारी इलाज करते है बाबा?

चमत्कार के नाम पर क्या है बाबा का सच?

क्या तंत्र-मंत्र के नाम पर फैलाते है अंधविश्वास?

बाबा धीरेंद्र शास्त्री शहरों में जा कर श्री राम कथा के साथ अपना दरबार लगाते है, ऐसे ही एक श्री राम चरित्र चर्चा महाराष्ट्र के नागपूर में आयोजित हुई थी। दावा है कि ये कथा 2 दिन पहले ही संपन्न हो गई, जबकि इसकी अंतिम तारीख 13 जनवरी थी और इसकी वजह नागपूर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति को बताया जा रहा है। जिनका दावा है कि बाबा अपने दरबार में अंधविश्वास फैलाते है।

इस समिति के अध्यक्ष ने धीरेंद्र शास्त्री पर जो इल्जाम लगाए वो बेहद संगीन है, बोले- की देव धर्म के नाम पर आम लोगों को लूटने, धोखाधड़ी और शोषण किया जा रहा है। समिति पुलिस से भी इस पर कार्रवाही की मांग कर रही है, ये पहली बार है जब भक्तों के साथ- साथ विवादों का साया भी बागेश्वर धाम के बाबा की चौखट तक आ पहुंचा।

इल्जाम अंधविश्वास फैलाने का…

इल्जाम धर्म- कर्म के नाम पर जादू टोने से इलाज करने का…

इल्जाम सबसे बड़े फरेभी होने का …

अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति का ये भी दावा है कि बाबा धीरेंद्र शास्त्री को ये चैलेंज दिया गया था कि आप देश के बीच दिव्य चमत्कारी दरबार लगाए और ये सच बताए और सच बताने पर उन्हें 30 लाख की धनराशि भी दी जाएगी। पर खुद को घिरता देख नागपूर कार्यक्रम को छोड़कर बाबा भाग गए। आइए अब जाने लेते है बाबा का अर्जी लगाने का पर्ची सिस्टम

क्या है बाबा का पर्ची सिस्टम?

बालाजी के इस धाम में मंगलवार को भक्तों की भीड़ उमड़ती है और लोग बालाजी के दरबार में अपनी अर्जी लगाते हैं। बागेश्वेर धाम में पर्ची लगाने की प्रक्रिया बेहद सरल है। यहां आपको एक पर्ची पर अपनी समस्याग लिखकर उसे लाल कपड़े में नारियल के साथ बांधकर यहां परिसर में रखना होता है। यहां पर आपको लाल, पीले और काले कपड़े में बंधे हुए नारियल मिल जाएंगे।­