बंडारू दत्तात्रेय ने ली हरियाणा के राज्यपाल पद की शपथ, क्यों रहा उनका हरियाणा से विशेष जुड़ाव और क्यों जाना पड़ा जेल,पढ़िए

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हाल ही में हरियाणा समेत कई राज्यों के राज्यपाल बदले गए हैं।जिनमें हरियाणा भी शामिल रहा,जहां बंडारू दत्तात्रेय को नया राज्यपाल नियुक्त किया गया जिन्होंने आज हरियाणा के नए राज्यपाल की शपथ ले ली है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता समेत पूरी कैबिनेट की उपस्थिति में बंडारू दत्तात्रेय ने सुबह 11 बजे हरियाणा राजभवन में हरियाणा के नए राज्यपाल के पद की शपथ ली।

Former Himachal Pradesh Governor Bandaru Dattatreya takes oath as Governor  of Haryana in Chandigarh

आपको बता दें कि राज्यपाल का दायित्व ग्रहण समारोह बुधवार को ही आयोजित किया जाना था, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिल्ली दौरे की वजह से इसे बृहस्पतिवार को आयोजित किया गया है। दरअसल मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा भी स्थगित हो गया और मुख्यमंत्री गुरुग्राम से यमुनानगर होते हुए बुधवार देर शाम चंडीगढ़ पहुंचे। जानकारी के लिए बता दें कि राज्यपाल का कार्यकाल राष्ट्रपति द्वारा जारी नियुक्ति-अधिपत्र से शुरू हुआ नहीं माना जाता, बल्कि शपथ लेने के बाद आरंभ होता है।

Haryana New Governor Bandaru Dattatreya Reached Raj Bhavan - हरियाणा: नए राज्यपाल  बंडारू दत्तात्रेय पहुंचे राजभवन, 15 को लेंगे शपथ, सीएम ने मंत्रिमंडल समेत  किया स्वागत ...

यहां अगर नवनियुक्त राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय के राजनीतिक सफर की बात करे तो बंडारू दत्तात्रेय हरियाणा के 18वें राज्यपाल बने हैं। बंडारू दत्तात्रेय भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं और उस दौरान उनका हरियाणा से विशेष जुड़ाव रहा। वह केंद्र सरकार में तीन बार मंत्री और चार बार सांसद रहे हैं। मूलरूप से तेलंगाना के रहने वाले बंडारू दत्तात्रेय ने हैदराबाद स्थित उस्मानिया विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री लेने के बाद संघ प्रचारक के तौर पर राजनीतिक करियर शुरू किया था।भारत में इमरजेंसी के दौरान उन्होंने जेल भी काटी है। वर्ष 1980 में दत्तात्रेय ने भाजपा की सदस्यता ली और आंध्र प्रदेश ईकाई के सचिव बन गए। वह दो बार आंध्र प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे और फिर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे। 1991 में पहली बार सांसद बने। साल 1998 में दूसरी बार चुनाव जीते और वाजपेयी सरकार में शहरी विकास मंत्री बनाए गए। उन्होंने वर्ष 1999 में फिर से जीत हासिल की और रेल राज्यमंत्री बनाए गए। वर्ष 2014 में अपनी सिकंदराबाद सीट से चुनाव जीते और मोदी सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री श्रम एवं रोजगार (स्वतंत्र प्रभार) बनाए गए। हैदाराबाद में 12 जून 1947 को जन्मे दत्तात्रेय दत्तन्ना के नाम से मशहूर रहे हैं।