पश्चिम बंगाल: राज्यपाल के साथ शुभेंदु अधिकारी की मीटिंग, BJP के 2 दर्जन विधायक रहे नदारद ! क्या है वजह ?

ख़बरें अभी तक || बंगाल में पिछले काफी दिनों से सब कुछ ठीक नहीं है। चुनावी नतीजों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा था। जिसके बाद बंगाल में आगजनी और हिंसा जैसी कई तरह की खबरें भी सामने आई थी। लेकिन सबकुछ यहीं तक सीमित नहीं रहा। बंगाल में राजनीति अपने चरम पर हो रही है। पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा शामिल हुए नेताओं की घर वापसी रोकने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है। हालांकि, यह कोशिश नाकाम होती दिखाई दे रही है। ऐसा इसलिए कह रह हैं क्योंकि बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार शाम को राजभवन में पार्टी विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की थी। इस दौरान करीब 24 विधायकों ने मीटिंग से दूरी बना ली। तभी से अटकलें लगाई जा रही है कि कहीं अब बंगाल भाजपा में टूट तो नहीं होने जा रही।

बंगाल: राज्यपाल के सामने शुभेंदु अधिकारी का शक्ति प्रदर्शन, लेकिन 2 दर्जन  विधायक रहे गायब, अटकलें तेज़ - Bengal bjp suvendu adhikari meeting with  governor many bjp mla ...

शुभेंदु आधिकारी से नाराजगी ?

बंगाल भाजपा में टूट का संकट: राज्यपाल के साथ शुभेंदु की मीटिंग से गायब रहे  भाजपा के 24 विधायक; तृणमूल में शामिल होने की अटकलें तेज - Love Peace Growth

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा नेताओं की बैठक का मकसद राज्यपाल को राज्य में हो रही कई हिंसक और गलत घटनाओं की जानकारी देना और अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा करना था, लेकिन भाजपा के 74 में से 24 विधायक शुभेंदु के साथ नहीं आए। ऐसे में पार्टी से रिवर्स माइग्रेशन की अटकलें शुरू हो गईं हैं। इसकी वजह यह भी मानी जा रही है कि सभी भाजपा विधायक शुभेंदु को नेता के तौर पर स्वीकार नहीं करना चाहते।

राज्यपाल धनखड़ के साथ शुभेंदु अधिकारी के बैठक में नहीं पंहुचे 24 बीजेपी  विधायक, घर वापसी के अटकले

कई विधायक बदलना चाहते हैं पाला

रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के कई विधायक तृणमूल के संपर्क में हैं और माना जा रहा है कि कई बीजेपी के  विधायक  तृणमूल कांग्रेस में वापसी कर सकते हैं। पिछले हफ्ते मुकुल रॉय तृणमूल में लौट आए। माना जा रहा है कि राजीव बनर्जी, दीपेंदु विश्वास और सुभ्रांशु रॉय सहित कई अन्य नेता भी रॉय के पीछे-पीछे घर वापसी कर सकते हैं। रॉय भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और कृष्णानगर उत्तर सीट पर जीत हासिल की थी।

30 से ज्यादा विधायक संपर्क में

इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा था कि पार्टी उन लोगों के मामले पर विचार करेगी, जिन्होंने मुकुल के साथ तृणमूल छोड़ी थी और वापस आना चाहते हैं। TMC सूत्रों के मुताबिक, 30 से ज्यादा विधायक उनके संपर्क में हैं। रॉय से पहले सोनाली गुहा और दीपेंदु बिस्वास जैसे नेताओं ने खुलकर कहा था कि वे पार्टी में वापस लौटना चाहते हैं।

भाजपा अध्यक्ष की मीटिंग से भी कई विधायक गायब रहे थे

Bengal Bjp Leaders Will Joins Tmc One Mp And Three Mla Skip Dilip Ghosh  Meeting - रवानगी जारी है: मुकुल रॉय के बाद ये नेता भी भाजपा को कहेंगे बाय -  Amar

सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की बुलाई बैठक में पार्टी के सांसद शांतनु ठाकुर और तीन अन्य विधायक नहीं पहुंचे थे। प्रभावशाली मतुआ समुदाय के एक प्रमुख सदस्य सांसद शांतनु ठाकुर विधानसभा चुनाव से पहले ही बंगाल में CAA कानून को लागू करने को लेकर भाजपा के रुख से असंतुष्ट हैं। इनके अलावा तीन विधायक बिस्वजीत दास (बगड़ा), अशोक कीर्तनिया (बोनगांव उत्तर) और सुब्रत ठाकुर (गायघाटा) के नाम की चर्चा हो रही है।

चुनावी नतीजों ने दल-बदलुओं को बड़ा झटका दिया

बंगाल चुनाव: बीजेपी की पूरी ताक़त के बावजूद चल गया ममता का जादू - BBC News  हिंदी

बंगाल की 294 में से 213 सीटें TMC ने जीती हैं। 77 सीटों पर BJP को जीत मिली है। चुनाव के चंद महीनों पहले TMC के 50 से ज्यादा नेताओं ने BJP का दामन थाम लिया था। इसमें 33 तो विधायक थे, उन्हें पूरी उम्मीद थी कि इस बार BJP ही जीतेगी। कई की आस BJP में आने के बाद भी पूरी नहीं हो पाई थी, क्योंकि पार्टी ने उन्हें टिकट ही नहीं दिया।