ख़बरें अभी तक || उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से सिसायी हलचल तेज हो रखी है। वहीं नेतृत्व में बदलाव की चर्चा भी जोरो पर थी, लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दो दिन के दिल्ली दौरे ने सभी अटकलों पर विराम लगाने का काम किया है। सीएम योगी ने दिल्ली में सबसे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से मुलाकात की। जिसके बाद देर शाम प्रधानमंत्री मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह के बीच भी मीटिंग हुई।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक टॉप लीडरशिप ने संदेश दे दिया कि यूपी में कोई बदलाव नहीं हो रहा है। यूपी में खुलकर नाराजगी जता रहे पार्टी के लोगों को संदेश भी दे दिया गया है कि योगी की क्या पॉजिशन है। एक बीजेपी नेता ने कहा कि यूपी में कैबिनेट विस्तार हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, योगी ने पार्टी की सीनियर लीडरशिप को बताया कि कोविड संकट से निपटने के लिए उनकी सरकार ने क्या किया। बता दें कि योगी ने गुरुवार को अमित शाह से मुलाकात की थी। शुक्रवार को योगी राष्ट्रपति से भी मिले। 403 विधानसभा सीटों वाले यूपी में अगले साल के शुरुआत में चुनाव बी होने हैं।
चुनावों पर हुई चर्चा
सूत्रों के मुताबिक योगी की पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकातों के दौरान विधानसभा चुनाव पर बात की गई और रणनीति को लेकर चर्चा हुई। चुनाव के लिहाज से राज्य के जाति समीकरण पर भी बात हुई। इन वैठकों में चुनाव के लिए रणनीति का ढांचा तैयार किया गया और फीडबैक पर चर्चा हुई कि चुनाव को सबसे ज्यादा प्रभावित कौन से मुद्दे कर सकते हैं। बीजेपी के एक नेता के मुताबिक कुछ राज्यों में गुटबाजी और खुलकर किसी नेता के विरोध में बयानबाजी से पार्टी को नुकसान हुआ है और पार्टी यूपी में यह नहीं चाहती।
पीएम मोदी के साथ 80 मिनट बातचीत
यूपी में तमाम सियासी चर्चाओं के बीच सीएम योगी गुरुवार को दिल्ली पहुंचे थे। यहां उन्होंने पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की थी। दोनों के बीच तकरीबन 80 मिनट तक बात हुई। इसके बाद सीएम योगी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। मैराथन बैठकों को देखते हुए यूपी में कैबिनेट विस्तार होना तय माना जा रहा है।
संगठन और सरकार में बदलाव को लेकर लग रहे कयासों को विराम देते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी के साथ लंबी बैठक की। यूपी में करीब एक महीने से योगी सरकार के खिलाफ पार्टी के भीतर से ही विरोध के सुर उभर रहे हैं। ऐसे में योगी का दिल्ली आना और शाह और पीएम से मुलाकात काफी अहम है।