ख़बरें अभी तक || कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आज यानी गुरुवार को पश्चिम बंगाल में आखिरी चरण का मतदान हो रहा है। बंगाल मे हो रहे आठवें और अंतिम चरण के चुनाव में 84 लाख से ज्यादा मतदाता विधानसभा की 35 सीटों पर 283 से ज्यादा उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर रेह हैं। वोटिंग सुबह सात बजे से शुरू हुई और शाम छह बजे तक जारी रहेगी। वोटिंग के लिए कड़ी सुरक्षा कर दी गई है। सबकी निगाहें तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल पर होंगी, जो निर्वाचन आयोग की कड़ी निगरानी में हैं।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि मंडल को शुक्रवार शाम सात बजे तक निगरानी में रखा गया है, क्योंकि राज्य में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को उनके खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता को 2019 के लोकसभा चुनावों और 2016 के विधानसभा चुनावों के दौरान भी ऐसी ही निगरानी में रखा गया था। अधिकारी ने कहा कि पूर्व के चरणों में हुई हिंसा, खासकर चौथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार में पांच लोगों की मौत के मद्देनजर सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं।
तृणमूल कांग्रेस के दो मंत्री- शशि पांजा और साधन पांडेय- क्रमश: उत्तरी कोलकाता की श्यामपुकुर और मानिकताला सीट से मैदान में हैं। मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों की करीब 17 सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां टीएमसी और भाजपा के अलावा वाम-कांग्रेस-आईएसएफ गठबंधन की अच्छी पकड़ है। साल 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी ने बीरभूम की 11 सीटों में से 9 पर जीत हासिल की थी। मगर 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बीरभूम में अपनी जगह बनाई और पांच विधानसभा क्षेत्रों में टीएमसी पर बढ़त हासिल कर ली।
गौरतलब है कि अंतिम चरण में मालदा में 6, मुर्शिदाबाद में 11, कोलकाता उत्तर में 7 और बीरभूम में 11 निर्वाचन क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को होने वाले मतदान में 283 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। इस चरण में कुल 84,77,728 मतदाता हैं। इनमें 43,55,835 पुरुष, 41,21,735 महिलाएं और तृतीय लिंग के 158 मतदाता हैं।
आठवां और अंतिम चरण की खास बातें
मतदाता : 84 लाख से ज्यादा
उम्मीदवार : 283 से ज्यादा
सीटें : 35
मुर्शिदाबाद : 11 सीट
बीरभूम : 11 सीट
मालदा : 6 सीट
कोलकाता : 7 सीट
मतदान केंद्र : 11860
केंद्रीय बल : 641 कंपनी
पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव कराना आयोग के लिए पहले से चुनौती रही है। राज्य में 7 चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और अब तक वोटिंग प्रक्रिया को लेकर किसी प्रकार के सवाल खड़े नहीं हुए हैं। मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। आयोग इसे आठवें चरण में भी कायम रखना चाहता है।
आठवें चरण में चुनाव के दौरान सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल की 753 कंपनियां तैनात की गयी हैं। इसमें सबसे अधिक कंपनी बीरभूम जिला में तैनात की गयी है। बीरभूम जिला में सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल की 224 कंपनियां तैनात रहेंगी। वहीं, मुर्शिदाबाद में 212, मालदा में 110 व कोलकाता उत्तर में 95 कंपनियां तैनात रहेंगी।
कोरोना नियमों का उल्लंघन करने पर दर्ज हुए मुकदमे
चुनाव आयोग ने कोविड-19 के सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने के लिए कई उम्मीदवारों के खिलाफ मामला दर्ज कराया और उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजे गये हैं। आयोग ने बताया कि अंतिम चरण के चुनाव में भी कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को हुई थी। इसके बाद दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें, छठे और सातवें चरण का मतदान क्रमश: 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल और 26 अप्रैल को हुआ। और आज आठवें और अंतिम चरण की वोटिंग 29 अप्रैल को हो रही है। इसके साथ ही 292 सीटों पर मतदान संपन्न हो जायेगा।
वहीं इन 292 सीटों की मतगणना 2 मई को करायी जायेगी। 16 मई को मुर्शिदाबाद जिला की जंगीपुर और शमशेरगंज विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इन दोनों सीटों पर एक-एक उम्मीदवार के कोरोना से निधन के कारण चुनाव को रद्द करना पड़ा।
बंगाल में प्रथम चरण में 84.13 प्रतिशत, दूसरे चरण में 86.11 प्रतिशत, तीसरे चरण में 84.61 प्रतिशत, चौथे चरण में 79.90 प्रतिशत, पांचवें चरण में 82.49 फीसदी, छठे चरण में 82 फीसदी और सातवें चरण में 76.90 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।