Khabrain Abhi Tak, Mumbai
देश पर कोरोना एक बार फिर से हावी हो चुका है। इस बार कोरोना इतनी तेजी से अपने पैर पसारेगा ये किसी ने सोचा भी नहीं था। महाराष्ट्र के मायानगरी मुंबई पर कोरोना का सबसे ज्यादा प्रकोप देखा जा रहा है। जिसके चलते काफी सख्ती भी की जा रही है।

कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए महाराष्ट्र पुलिस कलर कोडिंग सिस्टम लेकर आई है। मुंबई पुलिस ने लाल, पीले और हरे रंग के स्टिकर जारी किए हैं। मुंबई पुलिस का कहना है कि कलर कोडिंग सिस्टम से कोरोना पर लगाम लगाई जा सकेगी।

चलिए इन कलर कोडिंग स्टिकर्स का मतलब आपको समझाते हैं। 6 इंच के सर्किल में बने इन स्टिकर्स का उपयोग वाहनों पर किया जाएगा। जिससे वाहनों को उनके प्रयोग के अनुसार चिन्हित किया जा सकेगा। ये स्टिकर चेक-प्वाइंट्स और टोल प्लाजाओं पर निशुल्क उपलब्ध रहेंगे।
लाल रंग का स्टिकर-
लाल रंग के स्टिकर्स का प्रयोग डॉक्टर्स, मेडिकल स्टॉफ, एंबुलेंस और मेडिकल इक्यूपमेंट सप्लायर्स या स्वास्थ सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए होगा।

हरे रंग का स्टिकर-
ऐसे लोग जो रोजमर्रा के जरूरत के सामान जैसे भोजन, सब्जियां, फल, किराने का सामान और डेयरी उत्पादों जैसे आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में शामिल हैं।
पीले रंग का स्टिकर-
अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए किया जाएगा। बृहन्मुंबई नगर निगम या बीएमसी के अधिकारियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहन, आवश्यक सेवाओं, बिजली और दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों या मीडिया से जुड़े लोग इस स्टीकर का प्रयोग करेंगे।

वहीं, पुलिस का कहना है कि इन स्टिकरों का उपयोग सिर्फ वही लोग कर सकते हैं, जिन्हें नामित या जारी किया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई इनकe दुरुपयोग करता पाया जाएगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।