गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में किया गया शिफ्ट, यूपी पुलिस ने तीन बार रूट किया चेंज, जानें अब किस बैरक में होगा माफिया का नया ठिकाना !

ख़बरें अभी तक || करीब 26 महीने बाद बाहुबली गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की पंजाब से UP वापसी हो गई है। पंजाब की रोपड़ जेल से निकलने के बाद लगभग 900 किलोमीटर का सफर साढ़े 14 घंटे में तय करते हुए मुख्तार अंसारी को कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार की तड़की सुबह 4.30 बजे बांदा जेल पहुंचा दिया गया है। इस दौरान तीन बार उसका रूट भी चेंज किया गया। जेल आने से एक घंटे पहले पूरी रोड को बैरिकेड कर दिया गया।

पुलिस का काफिला मुख्तार को लेकर बांदा की सीमा जसपुरा में भोर में 3.30 बजे दाखिल हुआ। इसके बाद पैलानी, पपरेन्दा और विश्वविद्यालय रोड से होते हुए मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में दाखिल कराया गया। काफिल पहुंचने से ठीक 10 मिनट पहले जेल गेट खोल दिया गया। मुख्तार के साथ आ रही गाड़ियों को जेल से एक किलोमीटर पहले ही रोक दिया गया। जेल के अंदर केवल मुख्तार की एम्बुलेंस और पुलिस अधिकारियों की दो ही गाड़ियों को जाने दिया गया।

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मुख्तार को भारी सुरक्षा के साथ लेकर चल रहा काफिला करीब डेढ़ बजे के आसपास कानपुर देहात के सट्टी थाने के पास करीब 15 मिनट के लिए रोका गया। गाड़ियों के रुकते ही काफिले के साथ चल रहे मीडियाकर्मी मुख्तार की एंबुलेस की तरफ दौड़ पड़े। इसको लेकर पुलिस और मीडियाकर्मियों में धक्का-मुक्की भी हुई। करीब 15 मिनट बाद काफिला कानपुर नगर के घाटमपुर की ओर निकला और वहां से हमीरपुर। यहां से काफिले ने पैलानी थाना क्रास किया। इसके बाद आखिरी थाना देहात कोतवाली और 8 किलोमीटर बाद सीधे बांदा जेल पहुंच गया।

भरुआ सुमेरपुर से पैलानी के रास्ते पहुंचा काफिला

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हमीरपुर पहुंचने से पहले मुख्तार को ले जा रहे पुलिस के काफिले को लेकर काफी पसोपेश रहा। क्योंकि यहां से पुलिस अपना रूट बदल भी सकती थी। यहां से एक रूट मौदाहा होते हुए भी जाता है। हालांकि 03: 10 बजे काफिले की गाड़ियों ने भरुआ सुमेरपुर होते हुए पैलानी का रुख कर लिया था। पुलिस का काफिला 03:50 बजे बांदा की सीमा में प्रवेश कर गया। ठीक चार बजे यह पैलानी पार कर गया। बांदा की सीमा में आते ही जेल के आसपास पुलिस प्रशासन और भी मुस्तैद हो गया।

जैसे जैसे करीब आया काफिला सुरक्षा बढ़ी

जैसे-जैसे काफिला बांदा की तरफ बढ़ा वैसे-वैसे बांदा जेल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ती जा रही थी। जेल के बाहर का रास्ता रस्सा लगाकर बैरीकेड कर दिया गया था। जेल परिसर का क्षेत्र काफी खुला है। जेल के गेट नंबर 2 तक मात्र तीन गाड़ियां अंदर भेजी गईं। इसमें दो पुलिस के वाहन और मुख्तार की एंबुलेंस रही। मुख्तार को जेल के 5 गेट और 7 कैमरों की नजर से गुजरते हुए अपनी बैरक नंबर 15 में पहुंचाया गया।

चेकअप करने के लिए जेल पहुंची चार डॉक्टरों की टीम

मुख्तार अंसारी के बांदा जेल पहुंचने से पहले ही सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई। जेल के बाहर भी जवान मुस्तैद कर दिये गए। जेल में मुख्तार की सुरक्षा के साथ ही स्वास्थ्य का ध्यान रखने का भी पूरा इंतजाम किया गया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के अनुसार मुख्तार का मेडिकल चेकअप करने के लिए चार डॉक्टरों की टीम जेल पहुंच गई।

मुख्तार अंसारी को क्यों लाया गया था पंजाब?
8 जनवरी 2019 को मोहाली के एक बड़े बिल्डर की शिकायत पर वहां की पुलिस ने अंसारी के खिलाफ 10 करोड़ की फिरौती मांगने का केस दर्ज किया था। 12 जनवरी को प्रोडक्शन वारंट हासिल करने के लिए पुलिस कोर्ट पहुंची। 21 जनवरी 2019 को मोहाली पुलिस मुख्तार अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर उत्तर प्रदेश से मोहाली ले आई। 22 जनवरी को कोर्ट ने उसे एक दिन की रिमांड पर भेज दिया। 24 जनवरी को उसे न्यायिक हिरासत में रोपड़ जेल भेज दिया गया।

8 बार लौटी UP पुलिस
2 साल में उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम 8 बार अंसारी को लेने पंजाब गई, लेकिन हर बार सेहत, सुरक्षा और कोरोना का कारण बताकर पंजाब पुलिस ने सौंपने से इनकार कर दिया। पंजाब पुलिस डॉक्टर की सलाह का हवाला देती रही कि अंसारी को डिप्रेशन, शुगर, रीढ़ की बीमारियां हैं। ऐसे में उसे कहीं और शिफ्ट करना ठीक नहीं है। कानपुर में बिकरु कांड के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अंसारी ने भी जान का खतरा बताया था, उसने चिट्ठी लिखकर आशंका जताई थी कि जैसे दुबे की जीप पलट गई और जान चली गई, ऐसे मेरी भी जा सकती है।

मुख्तार अंसारी का क्राइम रिकॉर्ड
ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मुख्तार अंसारी पर उत्तर प्रदेश भर में 52 केस दर्ज हैं। 15 विचाराधीन मामलों में मुख्तार को जल्द सजा दिलाए जाने की कोशिश जारी है। मुख्तार अंसारी के बिहार के सहाबुद्दीन गैंग से भी संपर्क में हैं। अंसारी और उसकी गैंग की 192 करोड़ से ज्यादा की संपत्तियों के जब्त करने और की कार्रवाई भी की गई।

मुख्तार गैंग की अवैध और बेनामी संपत्तियों का पता लगाया जा रहा है। मुख्तार गैंग के अब तक 96 अभियुक्त गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 75 गुर्गों पर गैंगेस्टर की कार्रवाई यूपी पुलिस ने की है। मुख्तार गैंग के 72 सहयोगियों के आर्म लाइसेंस रद्द किए जा चुके हैं। गैंग से जुड़े 7 ठेकेदारों पर भी कार्रवाई की गई। फर्जी एंबुलेंस मामले में मुख्तार पर बाराबंकी में भी मुकदमा दर्ज हुआ है।