हरियाणा में बदलते मौसम के मिजाज ने किसानों की बढ़ा दी चिंता, 5 डिग्री तक लुढ़का तापमान

ख़बरें अभी तक || हरियाणा के मौसम में लगातार बदलाव जारी है। कई जिलों में मंगलवार को दिनभर 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। वहीं, दोपहर बाद कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी हुई, जिससे अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ गई। मंगलवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मार्च महीने में न्यूनतम तापमान पिछले 10 साल में पहली बार 21 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया, जबकि 20 डिग्री सेल्सियस तक कई बार न्यूनतम तापमान रह चुका है।

गुरुग्राम में मंगलवार को सुबह से बनी उमस के बाद दोपहर में कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। साथ ही ठंडी हवाओं के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली है। वहीं, तापमान में भी गिरावट देखी गई है। मौसम विभाग के मुताबिक होली तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा।

ओलावृष्टि होने का खतरा


किसानों के लिए ओलावृष्टि होने का खतरा बना हुआ है। मंगलवार को अंधड़ व बारिश के कारण गेहूं और सरसों की फसल को बड़ा नुकसान हुआ है। जहां सरसों की कटाई चल रही है। इसके अलावा गेहूं की फसल गिर गई है, जिससे पैदावार पर असर पड़ेगा। किसानों का जीवन पूर्णतया कृषि पर आधारित है। मौसम में बार-बार आ रहे परिवर्तन के कारण दो दिनों से किसानों की नींद उड़ी हुई थी। किसानों को ओले के साथ बारिश का भय सता रहा था। बारिश और ओले से फसलों को अच्‍छा-खासा नुकसान हुआ है।

मौसम परिवर्तन से किसानों को नुकसान


किसानों ने बताया कि लगभग 50 प्रतिशत तक सरसों की फसल कट चुकी है। गेहूं की फसल लगभग पक कर तैयार खड़ी है। बरसात एवं ओलावृष्टि की वजह से किसानों को मौसम की मार झेलनी पड़ी है। फसल कटाई का सीजन चला हुआ है, लेकिन मौसम में परिवर्तन के कारण किसानों को नुकसान हुआ है।