Bengal Election: TMC को राकेश टिकैत का साथ ! BJP के खिलाफ नंदीग्राम में जनता से क्या बोले किसान नेता?

खबरें अभी तक || पिछले 106 दिनों से जारी किसान आंदोलन अब दिल्ली बॉर्डर तक सीमित नहीं है बल्कि देशव्यापी हो गया है। साथ ही किसान नेता राकेश टिकैत ने सीधे सीधे मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। जिसका जीता जागता प्रमाण बंगाल चुनाव से पहले बंगाल में हुई किसान महापंचायत में देखने को मिला। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि, संयुक्त किसान मोर्चा नंदीग्राम के मतदाताओं से विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी  को वोट नहीं देने की अपील करेगा। आपको बता दें कि किसान मोर्चा ने केंद्र द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ कोलकाता में एक दिन पहले ‘महापंचायत’ आयोजित की थी।

कोलकाता में टिकैत ने बताया, “हम लोगों को यह बताने के लिए नंदीग्राम जा रहे हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फसलें नहीं खरीदी जा रही हैं। हम उनसे भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे।” ऐसे में सवाल उठना तो लाजमी है कि आखिर टिकैत का मकसद क्या है। वह सिर्फ बीजेपी को हराना चाहते हैं? क्या उनकी इस अपील से बीजेपी के विरोधी दलों को फायदा नहीं पहुंचेगा?

आपको बता दें कि राकेश टिकैत जिस नंदीग्राम की बात कर रहे हैं, वह बंगाल चुनाव में सबसे हाई-प्रोफाइल सीट बन चुकी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी कैबिनेट में मंत्री रहे शुवेंदु अधिकारी के बीच यहां मुकाबला है। अधिकारी पिछले साल दिसंबर में भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने पहले कहा था कि नंदीग्राम से भाजपा 50,000 से अधिक मतों से ममता बनर्जी को हराएगी।

TMC सांसद ने की हवाई अड्डे पर टिकैत की अगवानी

किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रमुख राकेश टिकैत जब महापंचायत में शामिल होने के लिए बंगाल पहुंचे तो तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन ने हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। इसके बाद टिकैत ने शहर में और पूर्वी मेदिनीपुर जिले के नंदीग्राम में सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के साथ किसानों को संबोधित किया।

किसान नेता टिकैत ने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार किसानों और उनके आंदोलन की रीढ़ तोड़ने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि यह ”जन-विरोधी सरकार है। उन्होंने यह भी कहा कि, ”भाजपा को वोट मत देना, अगर उन्हें वोट दिया गया तो वे आपकी जमीन बड़े कॉर्पोरेट्स और उद्योगों को दे देंगे और आपको भूमिहीन बना देंगे। वे आपकी आजीविका दांव पर लगाकर देश के बड़े उद्योगपति समूहों को जमीन सौंप देंगे और आपको खतरे में डाल देंगे।”

टिकैत ने बीजेपी को बताया धोखेबाज पार्टी

टिकैत ने भाजपा को ‘धोखेबाजों’ की पार्टी कहते हुए कहा, ”हम भाजपा का विरोध करने वालों और किसानों तथा गरीबों के साथ खड़े होने वालों के पाले में रहेंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि बंगाल में किसान महापंचायत का मतलब राज्य में किसी विशेष गैर-भाजपा पार्टी को समर्थन देना नहीं है। उन्होंने कहा, ”मैं यहां किसी विशेष पार्टी के लिए वोट मांगने के लिए नहीं आया हूं। हम यहां बंगाल में किसानों की ओर से भाजपा के खिलाफ लड़ाई शुरू करने के लिए अपील कर रहे हैं।”

नंदीग्राम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन की यह भूमि केन्द्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को एक नई दिशा देगी। दिल्ली की सीमाओं पर जारी आंदोलन पर उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी लंबे समय तक अपना आंदोलन जारी रखने के लिए तैयार हैं क्योंकि उनका उनका मनोबल ऊंचा है। पश्चिम बंगाल में विधानसभा के लिए 27 मार्च को पहले चरण के लिए वोटिंग होगी। यहां कुल आठ चरणों में मतदान होने हैं। आपको बता दें कि मतों की गिनती 2 मई को होगी।