आंदोलन के 100 दिन: बॉर्डर पर किसान, कब निकलेगा समस्या का समाधान ?

ख़बरें अभी तक|| कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसान पिछले कई दिनों से बॉर्डर पर डटे हुए है और केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे है।

किसानों के आंदोलन को आज 100 दिन हो चुके है। पिछले 100 दिनों से किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है।

किसानों और सरकार के बीच 11 दौर की बातचीत भी हुई। लेकिन सब विफल रहा और समस्या को कोई भी समाधान नहीं निकला। वहीं इन 100 दिनों बीच कई बड़े विवाद भी हुए।

बात करें 26 जनवरी के ट्रैक्टर परेड की तो उस दिन लाल किले पर हुई हिंसा के बाद से किसानों और सरकार के बीच दूरी और ज्यादा बन गई।

इस किसान आंदोलन में सबसे बड़ी भूमिका भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत निभा रहे हैं।

जो कि गाजीपुर बॉर्डर पर अपने किसान समर्थकों के साथ टिके हुए हैं और उनकी लड़ाई सीधा सरकार से हैं। उनका कहना है कि जल्द से जल्द यह तीनों कानून रद्द किए जाए और उससे कम में वह नहीं मानेंगे।

अगर यह मुद्दा हल नहीं होता है तो वह अक्टूबर तक बॉर्डर पर ऐसे ही डटे रहेंगे। इसके लिए 100 दिन या हजार दिन भी अगर बॉर्डर पर रुकना पड़े तो वह परिश्रम करते रहेंगे।