किसान आंदोलन के 21 दिन, सिंघु बॉर्डर पर किसान की हुई मौत

ख़बरें अभी तक || कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसान पिछले 21 दिनों से बॉर्डर पर डटे है, लेकिन अभी तक भी उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं निकला। इसी बीच सिंघु बॉर्डर पर आज फिर एक किसान की मौत हो गई।

बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से किसान ने बॉर्डर पर ही दम दोड़ दिया। मृतक किसान पटियाला का रहने वाला था। वहीं सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के मुताबिक पटियाला के रहने वाले 55 वर्षीय पाला सिंह नाम के किसान यहां सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन का हिस्सा बने थे।

वह भी कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए इस किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए बॉर्डर पर पहुंचे थे। लेकिन बीते देर रात हार्ट अटैक की वजह से उनकी जान चली गई। वहीं इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए कुंडली थाना प्रभारी रवि कुमार ने बताया कि बीती देर रात पटियाला के रहने वाले पाला सिंह नाम के किसान ने हृदयाघात के चलते दम तोड़ दिया। उनके शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।

आगामी कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का लगातार विरोध हो रहा है। पिछले 21 दिनों से किसान बॉर्डर पर डटे हुए है और कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे है। किसानों का कहना है कि जब तक नए कृषि कानून रद्द नहीं होंगे तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। फिलहाल अब यह देखना होगा कि सरकार कब तक किसानों की इस समस्या का समाधान करती है ?