चीन- पाकिस्तान नहीं बल्कि कबूतर बने लड़ाकू विमान राफेल के लिए मुसीबत !

ख़बरें अभी तक || आधुनिक फाइटर प्लेन राफेल को अंबाला एयरबेस में तैनात किया गया है। अंबाला वो जगह है, जहां से राफेल चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों को धूल चटाने के लिए चंद मिनट में दुश्मन के इलाके तक पहुंच सकता है। एयरफोर्स के बेड़े में शामिल हुए इस विमान की सुरक्षा भी अब उतनी ही महत्त्वपूर्व है, जितना देश के लिए राफेल।इसी के चलते अब एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह ने यहां आसमान में उड़ने वाले कबूतरों को राफेल के लिए खतरा बताया है। उन्होंने ने एक पत्र लिखकर एयरबेस के नजदीक उड़ने वाले कबूतरों की वजह से राफेल को नुक्सान की आशंका जताते हुए कहा है कि जल्द से जल्द अंबाला एयरबेस के 10 किलोमीटर के दायरे में उड़ने वाले कबूतरों पर रोक लगाई जाए ताकि, राफेल के उड़ने में किसी भी तरह की समस्या न हो।राफेल और जगुआर के नजदीक कबूतर उड़ते रहते हैं, जो किसी भी वक्त हादसे का कारण बन सकते हैं।  बता दें कि एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह ने यह पत्र बीते 5 अगस्त को लिखा था, जिसके बाद ये चिट्ठी वायुसेना मुख्यालय से 17 अगस्त को डिस्पेच हुई और 28 अगस्त को शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने अंबाला नगर निगम को इस संबंध में पत्र लिखा।वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम अंबाला ने 28 अगस्त को ही लोगों को नोटिस जारी करते हुए ये स्पष्ट कर दिया है कि अगर आने वाले दिनों में किसी ने कबूतर उड़ाए तो उनके खिलाफ करवाई की जाएगी। वहीं इस चेतावनी के बाद लोगों का कहना है कि अगर राफेल के लिए कबूतर खतरा बन सकते हैं तो वह अपने कबूतरों को शहर से बाहर ले जायेंगे। क्यूंकि देश की रक्षा सर्वोपरि है।