Yes Bank के ग्राहकों के लिए बुरी खबर, पढ़ें यह खबर

खबरें अभी तक। अगर आपका खाता भी यस बैंक में खुला हुआ है तो आपके लिए एक बुरी खबर है. अब यस बैंक के ग्रहाकों की पैसे निकालने की सीमा तय की गई है. दरअसल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यह तय किया है की यस बैंक के ग्राहक अब 1 महीने तक सिर्फ 50 हजार रुपये ही अपने खाते से निकाल सकते हैं. RBI का यह आदेश अगले एक महीने तक के लिए है और इसके अलावा पूर्व एसबीआई सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया गया है.

बैंक के आर्थिक हालात को देखते हुए RBI ने यह फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक यस बैंक बीते कुछ समय से फंड जुटाने के लिए संघर्ष कर रहा है. इससे पहले गुरुवार को ये खबर आई थी कि सरकार ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI को यस बैंक में हिस्‍सेदारी खरीदने के लिए कहा है.

बतां दे की 15 साल पहले शुरु हुए यस बैंक की आर्थिक स्थिती बेहद खराब चल रही है. बैंक पर लगातार कर्ज बढ़ता ही जा रहा है और शेयर भी निचे गिरता जा रहा है. यस बैंक की बदहाली इतनी बढ़ गई है कि सिर्फ 15 महीने के भीतर बैंक के निवेशकों को 90 फीसदी से अधिक का नुकसान हो गया है.

2018 अगस्‍त में यस बैंक का जो शेयर 400 रुपये से अधिक के भाव पर बिक रहा था जो आज गिर कर 30 रुपये से भी नीचे आ गया है. वहीं 2018 सितंबर में यस बैंक का मार्केट कैप करीब 80 हजार करोड़ रुपये था, जो अब 9 हजार करोड़ के स्‍तर पर आ गया है. इस हिसाब से बैंक के मार्केट कैप में 70 हजार करोड़ रुपये से ज्‍यादा की कमी आई है.

क्‍यों यस बैंक की हुई ये हालत?

पिछले कुछ सालों में यस बैंक को लगातार एक के बाद एक झटके लगे हैं. इसमें सबसे बड़ा झटका रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी आरबीआई की ओर से दिया गया. साल 2018 में आरबीआई को लगा कि यस बैंक अपने डूबे हुए कर्ज (एनपीए) और बैलेंसशीट में कुछ गड़बड़ी कर रहा है. इसके बाद आरबीआई ने यस बैंक के चेयरमैन राणा कपूर को पद से जबरन हटा दिया. बैंक के इतिहास में पहली बार था जब किसी चेयरमैन को इस तरह से पद से हटाया गया.

निफ्टी 50 से बाहर यस बैंक

इसी महीने 27 मार्च को यस बैंक नेशनल शेयर बाजार (एनएसई) के प्रमुख इंडेक्‍स ‘निफ्टी 50’ से बाहर हो जाएगा. इस सूची में टॉप 50 परफॉर्मर कंपनियां होती हैं. इस सूची में अकसर बदलाव होता रहता है. इसमें वही कंपनियां शामिल होती हैं जिनके परफॉर्मेंस और मार्केट कैप में सुधार होता है.