थाने में दलित युवक ने की आत्महत्या, परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

ख़बरें अभी तक। गुजरात पुलिस की कस्टडी में एक दलित युवक ने आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद युवक के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उनके बेटे को गलत आरोप के तहत गिरफ्तार किया और फिर थाने में उसके साथ मारपीट भी की। जिससे प्रताड़ित होकर उसने अहमदाबाद शहर के कागड़ापीठ पुलिस थाने में मौत को गले लगा लिया।

जानकारी के मुताबिक बीते सोमवार को पुलिस ने 17 वर्षीय युवक जिग्नेश सोलंकी को एक लड़की से साथ छेड़खानी के मामले में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद पुलिस ने जिग्नेश को थाने में बंद कर दिया। सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अहमदाबाद आए थे और शहर के ज्यादातर पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात किया गया था, जिसकी वजह से पुलिस थाने में कर्मचारी कम संख्या में मौजूद थे और इसी बीच जिग्ननेश ने थाने के अंदर आत्महत्या कर ली। परिजनों का कहना है कि पुलिस थाने के बाहर उनके बेटे को कुछ लोगों ने पीटा था।

इसके बाद पुलिस शिकायत के आधार पर उसे अपने साथ ले गई। उनके बेटे पर गलत आरोप लगाए गए थे और इन्हीं गलत आरोपो के चलते पुलिस उसे थाने ले गई। थाने में ले जाकर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। परिजनों के मुताबिक थाने में बंद होने के दौरान जब वह बेटे को टिफिन देने पहुंचे तो बेटे ने कहा था कि थाने के अंदर उसके साथ मारपीट की गई है। इससे परेशान होकर उसके बेटे ने थाने में ही फांसी लगा ली। वहीं मामला सामने आने के बाद पुलिस इस पर कुछ भी कहने से पीछे हट रही है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच जारी है।