यहां देखिए हिमाचल विधानसभा बजट सत्र की पल-पल की अपडेट

ख़बरें अभी तक। शिमला- विधानसभा बजट सत्र का आज दूसरा दिन, दूसरे दिन की कार्यवाही हुई शुरू, मुख्यमंत्री वितीय वर्ष 2019-20 की वित्तिय अनुपूरक मांगों प्रथम और अंतिम क़िस्त को प्रस्तुत करेंगे। सदन के भीतर विधानसभा सदस्य पूर्व सहयोगी रही कृष्णा मोहिनी के निधन पर शोक प्रकट करते हुए। इसी मौके पर सदन में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता आशा कुमारी की माता के निधन पर भी शोक प्रकट किया गया।

HIMACHAL PRADESH SESSION UPDATE

बजट सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत पूर्व विधायक कृष्णा मोहिनी के स्वर्गवास पर शोकोदगार से हुई। सदन में उनकी मौत पर दुख जाहिर किया गया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कृष्णा मोहिनी की मृत्यु पर दुख जाहिर किया और परिवार को क्षति सहन करने की भगवान से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृष्णा मोहिनी एक साहसिक और शालीनता वाली नेत्री थी। कृष्णा मोहिनी सोलन विधानसभा क्षेत्र से 1998 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर चुन कर विधानसभा सदन में आई थी। कृष्णा मोहनी दो बार सोलन विधानसभा क्षेत्र से विधायक रही।

कृष्णा मोह्निनी हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड की अध्यक्ष रही और नैतिक शिक्षा पर उन्होंने अपना योगदान दिया। सदन में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, राजीव सहजल, विधायक राकेश सिंघा, सुखविंदर सिंह सुखू, विक्रमादित्य  सिंह राकेश पठानिया, लखविंदर राणा सहित कई विधायकों ने शोक प्रकट किया।वंही कांग्रेस विधायक आशा कुमारी की माता की मृत्यु पर भी सदन में दुख जाहिर किया गया। सदन में कृष्णा मोहनी और आशा कुमारी की मां की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

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रमेश धवाला ने पूछा कि अब तक सरकार ने कितने लोगों को सेवा विस्तर दिया गया है एयर आर्थिक संकट के बावजूद क्यों रिटायर्ड कर्मचारियों को सेवा विस्तार दिया गया।

सीएम ने कहा मूल रुप से बात ये है कि सेवा विस्तर या रिएम्प्लॉमेट के नियमों के मुताबिक तो इसकी आवश्यकता नहीं होनी चाहिए थी, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में जब उक्त सेवानिवृत्त अधिकारी के समकक्ष कोई दूसरा अधिकारी न हो ऐसे में सेवा विस्तार दिया जा सकता है।

पिछले तीन सालों में मेरिट की जगह सरकार के प्रति निष्ठा को योग्यता का पैमाना रहा था। पूर्व सरकार के समय पांच सालों में कुल 2497 लोगों को रिएम्प्लीमेंट दिया गया। जबकि 1248 लोगों को सेवविस्तर दिया गया, जिसका प्रदेश भर के कर्मचारियों में भारी रोष भी था।

सीएम ने कहा कि भाजपा सरकार के बक्त में विगत दो सालों में कुल 213 लोगों को रि -एम्प्लायमेंट औऱ एक्सटेंशन दिया गया। सीएम के जबाव से विपक्ष ने सदन के पटल पर रखे गए आंकड़ों पर विपक्ष विफर गया और दोनों तरफ से जोरदार नोक झोंक होती रही।

इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष को कड़े शब्दों में लताड़ लगाई और सदन में उचित व्यवहार करने की भी नसीहत दी। सरकार ने केवल दो सालों में 20 लोगों को सेवा विस्तर दिया जो केवल सरकारी काम काज चलाने के लिए बेहद ज़रूरी था। सीएम ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में सेवाविस्तार के कल्चर विकसित कर दिया था इसे भाजपा सरकार पुरी तरह समाप्त कर देगी।

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कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने किया सवाल- विगत दो सालों में कुल कितने तबादले किये गए(1.817 से 31.719) मुख्मयंत्री ने कहा कि सरकार तबादलों पर अंकुश लगाने के लिये प्रतिबद्ध है। डेढ़ सालों में कुल 43,679 तबादले किये गए। विपक्ष ने सरकार के जबाव पर नारेबाजी शुरू कर दी।

विपिन सिंह परमार बने हिमाचल विधान सभा के 17 वें अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने विधिवत रूप से संभाला विधानसभा अध्यक्ष का कार्यभार। विधानसभा में स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया में सीएम ने प्रस्ताव प्रस्तुत किया। दूसरा प्रस्ताव शिक्षा मंत्री ने प्रस्तुत किया जिसका अनुमोदन शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी ने किया। तीसरा प्रस्ताव राकेश पठानिया ने किया और चौथा प्रस्ताव उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने किया प्रस्ताव के समर्थन में ध्वनि मत से पारित किया गया, इसलिए इस पर वोटिंग हुई।

इस तरह विपिन सिंह परमार विधिवत रूप से प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए। विधानसभा अध्यक्ष पर पर सीएम ने विपिन सिंह परमार को उनके आसान तक लाने में और कुर्सी तक लाने के लिये पहल की इस तरह से नेता प्रतिपक्ष भी स्पीकर कर आसान तक पहुचंकर बधाई दी। नए चुने गए अध्यक्ष विधिवत रूप से विधानसभा सभा की कार्यवाही का संचालन शुरू कर दिया। विपिन सिंह परमार चुने गए विधानसभा के अध्यक्ष। विधानसभा में अध्यक्ष पद पर विराजमान होकर कर रहे कार्यवाही का संचालन।

सता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने नए अध्यक्ष विपिन सिंह परमार को नई जिम्मेदारी के लिए दी बधाई और शुभकामनाएं दी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अध्यक्ष का आसन कोई सामान्य कुर्सी नहीं विठल भाई पटेल जैसे नेताओं में इस कुर्सी को सुशोभित किया है। अध्यक्ष पद की गरिमा का बड़ा इतिहास है, उम्मीद करतें है कि विपिन सिंह परमार पद की गरिमा औऱ सम्मान को बरकरार रखते हुए संसदीय गरिमा के साथ विधानसभा के संचालन में सभी के साथ न्याय करेंगे।

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विधानसभा में नए अध्यक्ष पहला उद्बोधन- विधानसभा के नए अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सदन का उनको इस शीर्ष पद तक पहुंचाने के लिए आभार जताया। कहा कि इस पद की गरिमा और सम्मान का अनुपालन करते रहेंगे, सब का बेहतरीन संचालन कर्म का प्रयास रहेगा।

स्पीकर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देव भूमि के नाम से दुनिया भर में जाना जाता है और विधानसभा सदस्यों से भी आग्रह किया कि सदन की उच्च परंपरा का पालन किया जाए। अपनी तरह से प्रयास करेंगे कि संविधान के सर्वोच्च पद मर्यादाओं का निर्वहन इस जगह से हर हाल किया जाएगा। लेकिन ये सदन विधानसभा सदस्यों पक्ष और विपक्ष दोनों के तालमेल से प्रदेश हित में बेहतरीन काम करें।

विपिन सिंह परमार ने कहा कि सदन की उच्च मर्यादाओं कें लिये सबसे पहले मंत्री पद से त्यागपत्र दिया। उसके बाद अपना नामांकन दाखिल किया। परमार ने इस से पहले रहे विधानसभा अध्यक्षों का भी श्रेष्ठ कार्यों के लिए आभार जताया। सत्र कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित।