ऊना: एक्साइज विभाग में बड़े घोटाले का पर्दाफाश, विजिलेंस टीम ने कब्जे में लिया रिकॉर्ड

ख़बरें अभी तक। ऊना की विजिलेंस टीम ने एक्साइज विभाग में हुए बड़े गोलमाल को उजागर करते हुए मामला दर्ज किया है। दरअसल एक्साइज विभाग में जमा होने वाले पैसेंजर एंड गुडस टैक्स की अदायगी को लेकर गड़बड़झाला सामने आने के बाद विजिलेंस के मामले की जांच शुरू की है। विजिलेंस की टीम ने एक्साइज विभाग के ऊना कार्यालय से रिकॉर्ड को कब्जे में लिया है। वहीं विभाग के कुछ कर्मचारियों और एजेंटों से पूछताछ भी शुरू कर दी है। एएसपी विजिलेंस की माने तो इस मामले में विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत की भी आशंका है। वहीं एक्साइज विभाग के उप-आयुक्त ने भी इस मामले की विभागीय जांच करने का दावा किया है।

ऊना में आबकारी एवं कराधान विभाग में शराब के एक कारोबारी द्वारा फर्जी ई-चालान व एफडीआर मामले के बाद अब पैसेंजर एंड गुडस टैक्स की अदायगियों में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। अब पैसेंजर एंड गुडस टैक्स के नकली चालान सरकारी रिकार्ड में रखकर सरकारी राजस्व को  चूना लगाया गया है। विजिलेंस ऊना ने मामले का खुलासा होने के बाद एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। एएसपी ऊना विजिलेंस सागर चंद्र ने बताया कि विजिलेंस को एक्साइज विभाग में टैक्स कलेक्शन में घोटाले की सूचना मिली थी जिसके बाद एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है। एएसपी की माने तो एक्साइज विभाग के रिकॉर्ड और ट्रेजरी में जमा हुई टैक्स राशि के चालानों में बहुत अंतर पाया गया है। एएसपी ने बताया कि अगर एक्साइज विभाग में टैक्स राशि की रसीद में 10 हजार रुपये है तो ट्रेजरी के चालान में एक हजार रुपये जमा हुए है।

एएसपी विजिलेंस ने बताया कि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है लेकिन एक्साइज विभाग के कुछ कर्मचारियों और एजेंटों को पूछताश के लिए तलब किया गया है। एएसपी ऊना ने बताया कि यह घोटाला बर्ष 2010 से 2019 तक का पाया जा रहा है। वहीँ एएसपी ने माना कि इस मामले में विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत की आशंका भी प्रतीत हो रही है, क्योंकि पिछले लंबे समय से यह घोटाला चल रहा है लेकिन विभाग के कर्मचारियों ने ऑडिट या अन्य किसी भी जांच में इसे सामने नहीं लाया गया। एएसपी ऊना ने कहा कि विजिलेंस द्वारा एक्साइज कार्यालय से रिकॉर्ड को कब्जे में लिया गया है और कितनी राशि का यह घोटाला है इसकी जानकारी जांच के बाद भी सामने आ पायेगी।

वहीं राज्य कर एवं आबकारी विभाग ऊना के उपायुक्त प्रदीप शर्मा ने बताया कि विजिलेंस ने वित्तिय वर्ष 2015-16 व 2016-17 के पैसेंजर एंड गुडस टैक्स के संबध में सरकारी रिकार्ड में नकली चालान होने की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। प्रदीप शर्मा ने कहा कि विजिलेंस इस मामले की जांच कर रही है। वहीं विभाग भी इस मामले की अपने स्तर पर जांच करेगा। प्रदीप ने इस मामले में विभागीय कर्मियों की मिलीभगत की आशंका से इंकार किया है।